MUZAFFARNAGAR-वाल्मीकि समाज ने पकड़े पालिका के छह कूड़ा वाहन
डोर टू डोर कूड़ा कलैक्शन के ठेके के विरोध में रेलवे स्टेशन पर किया प्रदर्शन, आठ घंटे बाद लौटाई गाड़ियों की चाबियां, स्टेशन के सामने किया जाम लगाने का प्रयास, कंपनी और पालिका के अधिकारियों को लौटाया, सीओ ने जाकर सुनी समस्या
मुजफ्फरनगर। करीब नब्बे लाख प्रतिमाह के खर्च पर पालिका चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप के द्वारा दिल्ली को दिया गया डोर टू डोर कूड़ा कलैक्शन का ठेका पालिका प्रशासन के लिए सिरदर्द साबित हो रहा है। लगातार हंगामा, प्रदर्शन और तोड़फोड़ के मामलों को रोकने और वाल्मीकि समाज के लोगों को समझाने में पालिका के अधिकारी बुरी तरह से विफल साबित हो रहे हैं। गुरूवार को प्रदर्शन और घेराव के बाद शुक्रवार को अपनी चेतावनी पर वाल्मीकि समाज के लोगों ने अमल करते हुए कंपनी को पालिका द्वारा दी गए छह कूड़ा वाहनों को चार वार्डांे में कूड़ा कलैक्शन के कार्य से रोक दिया। चालकों और सुपरवाईजरों को गाड़ियों से उताकर इन प्रदर्शनकारियों ने चाबियों अपने कब्जे में ले ली और इन छह वाहनों को लेकर रेलवे स्टेशन पर जा पहुंचे। यहां पहले से कही एकत्र वाल्मीकि समाज के लोगों ने गाड़ियों के समक्ष सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया और जाम लगाने का भी प्रयास किया गया। कंपनी और पालिका के अधिकारी मान मनौवल को पहुंचे तो उनको बैरंग लौटा दिया गया। सूचना पर पहुंचे सीओ ने भी समस्या सुनी और वापस लौट गये, जबकि प्रदर्शन जारी रहा। इन प्रदर्शनकारियों से दो दौर की वार्ता चली और करीब आठ घंटे बाद इन लोगों ने कब्जाये गये वाहनों की चाबियां पालिका को सौंपते हुए चेतावनी दी कि समाज के हितों की अनदेखी नहीं होने दी जायेगी।
बता दें कि चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने शहर के 55 वार्डों में सफाई व्यवस्था को सुचारू बनाने और शहर को सुन्दर व स्वच्छ रखने की मुहिम के तहत अपनी महत्वकांक्षी योजना में डोर टू डोर कूड़ा कलैक्शन प्रारम्भ कराया। इसके लिए दिल्ली की एमआईटूसी सिक्योरिटी एंड फैसिलिटीज प्रा. लि. कंपनी को 14 महीनों के लिए करीब 13 करोड़ रुपये में ठेका दिया गया है। इसके लिए प्रत्येक माह पालिका कंपनी को करीब 90 लाख रुपये का भुगतान करेगी। चेयरपर्सन ने पिछले दिनों कंपनी को पालिका की ओर से 67 टिपर और 77 हाथ रेहडा देकर इस अभियान का शुभारंभ कराया था।
इस ठेके का वाल्मीकि समाज के लोग पहले ही दिन से विरोध कर रहे हैं। वाल्मीकि समाज के नेता गुरू गौहर वाल्मीकि के नेतृत्व में वार्डों में घर घर कूड़ा उठाने के लिए 20 से 70 रुपये मासिक के निम्न शुल्क पर प्राइवेट कर्मी के रूप में कार्य कर रहे लोग सड़क पर उतरे हुए हैं। लगातार प्रदर्शन का यह दौर शुक्रवार को भी जारी रहा। गुरू गौहर के नेतृत्व में वाल्मीकि समाज के सैंकड़ों महिला और पुरुष रेलवे स्टेशन पर एकत्र हुए और सवेरे सात बजे वार्डों में कूड़ा कलैक्शन के लिए निकली कंपनी की टीम का वाल्मीकि समाज के लोगों ने कई स्थानों पर घेराव किया और छह वाहनों को छीनकर अपने कब्जे में कर लिया। इनके चालकों और अन्य कर्मियों को भी अपने साथ बंधक बनाकर सभी छह वाहनों को रेलवे स्टेशन पर लेकर खड़ा कर दिया गया। ये छह वाहन शहर के वार्ड संख्या 10, 24, 42 और 53 में कूड़ा कलैक्शन के लिए लगाये गये हैं। वार्डों से ही इनको कार्य श्ुारू करने से पहले ही कब्जा लिया गया।
रेलवे स्टेशन पर वाहनों को कब्जाने और प्रदर्शन की जानकारी मिलने पर कंपनी के परियोजना प्रबंधक और जोन वन के इंचार्ज पुष्पराज तथा पालिका के नगर स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. अतुल कुमार स्टेशन पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से वार्ता करते हुए उनसे वाहनों को छोड़ने का आग्रह किया, लेकिन गुरू गौहर के साथ अन्य लोगों ने उनका घेराव करते हुए उत्पीड़न का आरोप लगाया और कंपनी को बंद कराने की मांग करते हुए वाहन छोड़ने से इंकार करते हुए उनको बैरंग लौटा दिया। इसी बीच हंगामे और जाम लगाने के प्रयास की सूचना पर सीओ एसपी उपाध्याय भी वहां पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से वार्ता की। उनकी बात सुनकर सीओ भी वहां से चले गये। घंटों तक प्रदर्शनकारी स्टेशन पर ही जमे रहे। कंपनी के परियोजना प्रबंधक पुष्पराज ने बताया कि आज कंपनी के छह वाहनों, जोकि चार वार्डों में डोर टू डोर कूड़ा कलैक्शन के लिए लगाये गये थे, उनको जबरन रोकर कब्जा लिया गया। इनमें वाहन संख्या यूपी 12सीटी 3627, 3699, 3638, 3622, 3613 और 3587 शामिल रहे। प्रदर्शन में मुख्य रूप से गुरू गौहर, सन्नी सिलेलान, अनिल उर्फ मोन्टू, कपिल कुमार, दुष्यंत, संजय, राजेन्द्र, वेदपाल, सागर, काला महेन्द्र, बिजोन, सावन, सुमन, राजकुमार और लक्ष्मी सहित सैंकड़ों कर्मचारी मौजूद रहे।
इसके बाद साढ़े 12 बजे ईओ प्रज्ञा सिंह ने कंपनी के एमडी और अन्य अधिकारियों के साथ प्रदर्शनकारियों को वार्ता के लिए बुलाया। गुरू गौहर, मिलन बिडला, सन्नीन सिलेलान सहित दर्जनों लोग वार्ता में पहुंचे और चेयरपर्सन को वहां न देखकर उन्होंने वार्ता से इंकार कर दिया। जबकि ईओ ने उनको काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन वार्ता किये बिना वो वहां से वापस लौट गये। दोपहर बाद चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने अपने मण्डी स्थित आवास पर प्रदर्शनकारी लोगों के साथ वार्ता बुलाई, इसमें ईओ प्रज्ञा सिंह, कंपनी के एमडी कमलजीत सिंह, जोन इंचार्ज पुष्पराज, बलजीत सिंह, एनएसए डाॅ. अतुल कुमार, चीफ सेनेट्री इंस्पेक्टर योगेश कुमार, गुरू गौहर और मिलन बिडला सहित अन्य वाल्मीकि समाज के लोग शामिल हुए। गुरू ने बताया कि हमने पालिका के अधिकारियों के आश्वासन पर करीब तीन बजे छह कूड़ा वाहनों की चाबियां पालिका को सौंप दी थी। हम टकराव नहीं चाहते हैं, लेकिन समाज के लोगों के रोजगार पर संकट आया है और हम अपनी बात कह रहे हैं। पहले भी दो कंपनियों ने समाज के लोगों का आर्थिक और मानसिक शोषण किया है।
कंपनी के एमडी बोले-हम शर्तें बदलने को तैयार, नहीं लेंगे सिक्योरिटी मनी
मुजफ्फरनगर। कंपनी के एमडी कमलजीत सिंह ने ईओ प्रज्ञा सिंह के साथ हुई वार्ता में समस्या के समाधान के लिए शर्तें बदलने पर सहमति जता दी है। ईओ ने कर्मचारियों से कंपनी के द्वारा किये जा रहे अनुबंध के साथ उनको तलब किया था। इसमें कंपनी की कई अमानवीय शर्तों को लेकर ईओ प्रज्ञा ने कड़ी नाराजगी जताई और कर्मचारियों ने नौकरी के नाम पर ली जा रही सिक्योरिटी मनी की व्यवस्था को भी खत्म करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इसी शर्त ने सारा खेल बिगाड़ने का काम किया है। कंपनी के एमडी ने बताया कि ईओ की ओर से दिये जा रहे दिशा निर्देशों पर हम अमल कर रहे है। साथ ही कंपनी प्राइवेट कर्मियों को उनके क्षेत्र में ही नौकरी बिना सिक्योरिटी मनी के देने को तैयार है। हम यहां काम करने आये हैं, विवाद या टकराव नहीं चाहते हैं। कर्मचारियों को भी घर घर से एकत्र कूड़ा कंपनी को ही देना होगा।
कूड़ा डलावघरों के ठेके में कंपनी के साथ मिलकर खेल करने के आरोप
मुजफ्फरनगर। गुरू गौहर और दूसरे वाल्मीकि समाज के नेताओं ने आरोप लगाया कि कंपनी के लोग पालिका अधिकारियों के साथ मिलकर बड़ा खेल कर रहे हैं। कूड़ा डलावघरों को बेचने का काम किया जा रहा है। कंपनी ने दूसरे लोगों को डलाव घर ठेके पर देने का काम शुरू कर दिया है। इसमें ठिये भी बोली लगाकर बेचने का आरोप है। ये आरोप ईओ से वार्ता के दौरान लगाये गये तो ईओ का भी पारा चढ़ गया। उन्होंने मौजूद एनएसए डाॅ. अतुल से जवाब मांगा। डाॅ. अतुल ने बताया कि आरोप बेबुनियाद हैं, कहीं कोई गड़बड़ी नहीं की जा रही है। कंपनी को डोर टू डोर कूड़ा कलैक्शन के साथ ही डलाव घरों से भी कूड़ा उठाकर निस्तारण का कार्य दिया गया है। जैसी शिकायत आई है, उसको लेकर जांच की जायेगी और कंपनी से भी जवाब मांगा जा रहा है।