बाढ़ प्रभावित गांव जीवनपुरी में वीरपाल निर्वाल ने किया दौरा
जिला पंचायत अध्यक्ष ने ग्रामीणों को बांटी राहत सामग्री, अधिकारियों को दिए निर्देश
मुजफ्फरनगर। तहसील जानसठ के बाढ प्रभावित क्षेत्र ग्राम जीवनपुरी में जिला पंचायत अध्यक्ष एवं विधायक मीरापुर की पुत्री व ब्लॉक प्रमुख ने दौरा करते हुए स्थिति का जायजा लिया और वहां जिला प्रशासन की ओर से लगभग 100 व्यक्तियो को राहत किट का वितरण कराया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष ने समस्त सम्बन्धित विभागों को राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश जारी किये।
बता दें कि गत दिनों हुई भारी वर्षा तथा नदियों में जल स्तर में निरंतर वृ(ि के कारण तहसील जानसठ के अंतर्गत खादर क्षेत्र जीवनपुरी एवं आस-पास के गांवों में बाढ़ जैसी गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस आपदा के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन बाधित हो गया है तथा स्थानीय निवासियों के दैनिक जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव के दृष्टिगत शासन के दिशा निर्देशन में सोमवार को बाढ़ से प्रभावित परिवारों को राहत प्रदान करने के उद्देश्य से प्रशासन एवं स्थानीय निकायों द्वारा राशन किट वितरण अभियान संचालित किया गया। इस अभियान के अंतर्गत जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल, ब्लॉक प्रमुख नरेंद्र सिंह, विधायक मिथलेश पाल की सुपुत्री सुप्रिया पाल एवं उपजिलाधिकारी जानसठ जयेन्द्र सिंह तथा तहसीलदार जानसठ श्रद्वा गुप्ता के द्वारा ग्राम जीवनपुरी में लगभग 100 व्यक्तियों को राशन किट का वितरण किया गया। जिसमें जीवनपुरी गांव के बाढ़ पीड़ित परिवारों को आवश्यक खाद्य सामग्री आटा, चावल, दाल, नमक, तेल, मसाले, चाय पत्ती, चीनी इत्यादि प्रत्येक परिवार को उनकी तात्कालिक आवश्यकता के अनुसार वितरित की गई।
बाढ ग्रस्त क्षेत्रों के निरीक्षण के दौरान भी जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल द्वारा स्थानीय प्रशासन को राहत कार्याे हेतु आवश्यक निर्देश दिए एवं प्रभावितों को जल्द से जल्द से सहायता पहॅुचाने के निर्देश दिए। उन्होनें कहा कि बाढ़ से प्रभावित प्रत्येक परिवार का नाम, पता एवं संपर्क विवरण रजिस्टर में दर्ज किया जाये, ताकि आगामी दिनों में बाढ का प्रभाव बढता है तो उन्हें सहायता उपलब्ध कराई जा सके। विशेष रूप से वृ(, महिलाएं, गर्भवती महिलाएं तथा बच्चों वाले परिवारों को प्राथमिकता दी गई। उप जिलाधिकारी ने बताया कि इस राहत अभियान का उद्देश्य बाढ़ से प्रभावित लोगों की तात्कालिक खाद्य आवश्यकताओं की पूर्ति करना तथा संकट की इस घड़ी में उन्हें मानसिक एवं सामाजिक संबल प्रदान करना है। प्रशासन स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहा है एवं आवश्यकतानुसार आगे भी राहत कार्य जारी रखेगा।