डबल मर्डर में घायल बच्ची की उपचार के दौरान मौत

वारदात के दौरान उमा के प्रेमी सोनू ने लोकमन सिंह की बहू डॉली और बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने आई पड़ोस में रहने वाली किशोरी अंशू को गोली मार दी थी।

Update: 2021-02-09 10:01 GMT

गाजियाबाद। सरस्वती विहार में डबल मर्डर के दौरान बुरी घायल हुई सात वर्षीय बच्ची मीनाक्षी की मंगलवार को मौत हो गई। मीनाक्षी तीन दिन से वेंटिलेटर पर जिंदगी की जंग लड़ रही इस बच्ची ने आज सुबह करीब साढ़े पांच बजे दम तोड़ दिया। सूचना मिलने पर पुलिस ने बच्ची का शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम कराया है।

शनिवार की रात सरस्वती विहार में रहने वाले लोकमन सिंह जादौन के घर में उनकी ही एक रिश्तेदार महिला उमा ने अपने साथी के साथ मिलकर लूट की वारदात को अंजाम दिया था। वारदात के दौरान उमा के प्रेमी सोनू ने लोकमन सिंह की बहू डॉली और बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने आई पड़ोस में रहने वाली किशोरी अंशू को गोली मार दी थी। वहीं, डॉली के तीनों बच्चों पर भी जानलेवा हमला किया था। इनमें से सात साल की मीनाक्षी की हालत नाजकु बनी हुई थी, जबकि बाकी दोनों बच्चों गौरी (10) और रुद्र (5) की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। हालांकि, डॉक्टरों ने इन्हें खतरे से बाहर बताया है। वारदात के वक्त मीनाक्षी ने काफी संघर्ष किया था और हत्यारोपी उमा के बाल कसकर पकड़ लिए थे, लेकिन दो हट्टे-कट्ठे लोगों के सामने इसकी एक न चली। हत्यारोपी ने गर्दन से पकड़ कर इस मासूम बच्ची को फर्स पर पटक दिया था। इसके बाद आरोपी ने चाकू से इसकी गर्दन पर वार करने के बाद कनपटी पर पेचकस मार दिया था। उसी समय से इस बच्ची को शहर के एक निजी अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया था।

सोमवार की रात एक बार मीनाक्षी को होश आया और थोड़ी ही देर बाद वह फिर अचेत हो गई। वहीं मंगलवार को तड़के उसने दम तोड़ दिया।  

Similar News