MUZAFFARNAGAR-कांवड़ यात्रा में सौहार्द बिगाड़ने की साजिश, पांच ‘मुस्लिम कांवड़िया’ पकड़े

छद्म वेशधारण कर शिविरों में ठहरने के बाद करते थे चोरियां, सामाजिक वैमनस्यता फैलाना था काम;

Update: 2025-07-21 10:54 GMT

मुजफ्फरनगर। कांवड़ यात्रा के दौरान धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने की बड़ी साजिश को मुजफ्फरनगर पुलिस ने समय रहते विफल कर दिया। पांच ऐसे व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है, जो छद्म हिंदू नाम और शिवभक्तों की वेशभूषा में कांवड़ सेवा शिविरों में घुसकर धार्मिक भावनाएं भड़काने और अव्यवस्था फैलाने की फिराक में थे। इसके साथ ही इनके द्वारा शिविरों में शिव भक्तों का सामान चोरी करने का काम भी किया जाता था। पुलिस के अनुसार, इनका मकसद ना सिर्फ श्र(ालुओं की आस्था को चोट पहुँचाना था, बल्कि विशेष समुदायों के बीच वैमनस्यता फैलाकर कानून-व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती पैदा करना भी था।


एसएसपी संजय वर्मा ने सोमवार को पुलिस लाइन सभाकक्ष में कांवड़ यात्रा के दौरान जनपद में सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने की बड़ी साजिश का खुलासा किया है। उन्होंने मीडिया कर्मियों को बताया कि कांवड़ यात्रा 2025 के मद्देनज़र सतर्क पुलिस व्यवस्था ने एक बड़ी साजिश को नाकाम करते हुए पाँच ऐसे व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है जो हिन्दू श्र(ालुओं का वेशधारण कर कांवड़ सेवा शिविरों में घुसपैठ कर रहे थे। इनका उद्देश्य धार्मिक भावनाओं को आहत करना एवं विशेष समुदायों के बीच वैमनस्यता फैलाना बताया गया है।

शिवभक्तों का भेष बनाकर शिविरों में चोरी व अशांति फैलाने की योजना 

बताया कि यह कार्रवाई पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर राजू कुमार साव व प्रभारी निरीक्षक थाना सिविल लाइन आशुतोष कुमार के कुशल नेतृत्व में की गई। पकड़े गये शातिरों में सुहैल उर्फ चोकड उर्फ शेरखान पुत्र नसीम निवासी लद्दावाला, (उम्र-22 वर्ष), आसिफ पुत्र अफजाल निवासी लद्दावाला बिलाल मस्जिद के पास, (उम्र-20 वर्ष), आसिफ पुत्र शमशाद निवासी शाहबुद्दीनपुर रोड (उम्र-24 वर्ष), शादाब पुत्र नूरहसन, निवासी कूकड़ा मंडी (उम्र-20 वर्ष) और आबिद पुत्र महफूज, निवासी केवलपुरी (उम्र-34 वर्ष) शामिल हैं।

गिरफ्तार आरोपियों के विरु( थाना सिविल लाइन पर भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 298, 318(4), 319(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, आरोपी शिवभक्तों का भेष बनाकर शिविरों में चोरी व अशांति फैलाने की योजना बना रहे थे। यदि समय रहते इन्हें न पकड़ा जाता, तो यह कानून-व्यवस्था को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकते थे। इनमें से अधिकांश अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास रहा है, जिन पर पूर्व में चोरी, शस्त्र अधिनियम तथा अन्य गंभीर धाराओं के तहत मामले दर्ज हैं। थाना सिविल लाइन पुलिस ने इन सभी आरोपियों को 14 जुलाई को कांवड़ शिविरों के निकट संदिग्ध गतिविधियों के दौरान गिरफ्तार किया था।

जांच के लिए एसआईटी का गठन, एलआईयू और थाना पुलिस की टीम भी लगाई

प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने धार्मिक आयोजन के दौरान चोरी और भ्रम फैलाने की मंशा स्वीकार की है। एसएसपी संजय वर्मा ने इस मामले में अभियुक्तों के विरु( हिस्ट्रीशीट खोलने व गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही की संस्तुति की है। इसके साथ ही सम्पूर्ण प्रकरण की जांच के लिए स्थानीय अभिसूचना इकाई, थाना सिविल लाइन की टीम के साथ ही विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर जांच को गहनता से आगे बढ़ाया जा रहा है। पुलिस की इस साहसिक कार्रवाई में एसएसआई के.पी. सिंह, एसआई प्रवीन कुमार, आरक्षी अंकित कुमार, सुधीर कुमार, मोहित व ब्रह्मदेव की भूमिका सराहनीय रही।

सीएम योगी ने कहा था-कांवड़ यात्रा को बदनाम करने की हो रही साजिश

कांवड़ यात्रा के प्रारम्भ के बाद कई स्थानों पर लड़ाई और झगड़ों के मामले सामने आये तो यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सार्वजनिक मंच पर साफ कहा था कि इस बार कांवड़ यात्रा को बदनाम करने की एक बड़ी साजिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि था कि यह सरकार ऐसी सीाी साजिशों का पर्दाफाश करेगी और इसके बाद आज मुजफ्फरनगर जैसे संवेदनशील जनपद में कांवड़ियों का वेशधारण कर चोरी और सामाजिक वैमनस्यता फैलाने के लिए कांवड़ सेवा शिविरों मेें हिंदू बनकर ठहरने वाले पांच मुस्लिम कांवड़ियों की गिरफ्तारी ने बड़े सवाल खड़े कर दिये हैं।

छह दिन चली गहन जांच में खुली बड़ी साजिश की पोल

सिविल लाइन पुलिस ने जिन पांच मुस्लिम युवकों को कांवड़ शिविरों में हिंदू नाम से शिव भक्त के वेश में गिरफ्तार किया है, वो छह दिन पहले 14 जुलाई को पुलिस की पकड़ में आये थे। एसएसपी संजय वर्मा के अनुसार इन सभी पांच अभियुक्तों को थाना सिविल लाइन पुलिस द्वारा दिनांक 14.07.2025 को कांवड शिविरों के पास से गिरफ्तार कर निरोधात्मक कार्यवाही की गयी थी। अभियुक्त उस समय भी कांवड़ शिविरों के पास चोरी करने के मकस्द से घूम रहे थे।

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इसके बाद इनके खिलाफ गहन जांच का दौर शुरू हुआ तो इनके द्वारा छद्म हिन्दू नाम बता कर शिव भक्त श्रद्धालुओं का वेश धारण करके कांवड सेवा शिविरो में प्रवेश कर कांवडियो/शिव भक्त श्रद्धालुओं के साथ उठ बैठ कर हिन्दू धर्म की भावनाओं को ठेस पहुचाने तथा चल रहे पवित्र श्रावण मास में विशेष समुदायों के बीच धार्मिक वैमनस्यता फैलाने की साजिश की पोल खुली। मुसिलम समुदाय के होने के बावजूद भी ये युवक कांविडयों की वेष-भूषा में कांवड़ सेवा शिविरों के अन्दर घुसे तथा धार्मिक भावनाओं को आहत करने के उद्देश्य से श्रद्धालुओं के मोबाइल व सामान चोरी एवं माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे थे। इनका पूर्व में आपराधिक इतिहास देखा गया तो इनके विरुद्ध मुजफ्फरनगर के जनपदीय थानों व अंतर्जनपदीय थानो में चोरी इत्यादि के कई अभियोग पंजीकृत मिले। 

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