बुढ़ाना कोतवाल ने पकड़े तीन नटवरलाल

चोरी के वाहनों को फर्जी तरीके से कागजात बनवाकर यूपी में नम्बर प्लेट बदलकर बेचने के गोरखधंधे का हुआ खुलासा

Update: 2020-09-13 10:21 GMT


मुजफ्फरनगर। एसएसपी अभिषेक यादव के अभियान के अन्तर्गत बुढ़ाना पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। बुढ़ाना कोतवाल ने तीन नटवरलाल को पकड़ने में सफलता पाई है। ये तीनों नटवरलाल चोरी के वाहनों का फर्जी फाइनेंस कराकर अन्य दस्तावेज तैयार करने के बाद उत्तर प्रदेश में फर्जी नम्बर प्लेट के साथ बेचने का काम करते थे। इन तीनों आरोपियों से पुलिस ने चार वाहन भी बरामद किये हैं। यहां पर इनके द्वारा कहां और किन लोगों को वाहन बेचे गये हैं, इसकी जानकारी की जा रही है।

सूत्रों के अनुसार शनिवार देर रात बुढ़ाना कोतवाली प्रभारी के निर्देशन में थाना पुलिस द्वारा क्षेत्र में चैकिंग की जा रही थी। इसी बीच एक टीम बायवाला चौकी पर चैकिंग में जुटी हुई थी। यहां पर पहुंचे कुछ लोगों पर पुलिस को शक हुआ तो उनको पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया। इन तीनों लोगों से उनके वाहनों के संबंध में पूछताछ की गयी तो वह टूट गये। इनके द्वारा वाहनों के गोरखधंधे की कहानी पुलिस को सूनाई गई तो पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया।

इनके काम करने का तरीका बेहद शातिराना है। बुढ़ाना कोतवाली प्रभारी ने बताया कि चैकिंग के दौरान पुलिस ने बागपत जनपद के थाना दोघट क्षेत्र के गांव आदमपुर निवासी अमित पुत्र रामफल, विकास पुत्र गोधूराम और मिन्टू पुत्र भंवर सिंह को गिरफ्तार किया। ये तीनों एक शातिर गैंग के सदस्य के रूप में वाहनों को बेचने के गोरखधंधे से जुड़े हुए हैं। उन्होंने बताया कि ये तीनों अभियुक्त बेहद शातिर हैं और दिल्ली में रहने वाले अपनी एक साथी के माध्यम से फर्जी फाइनेंस कराकर गाड़ियों को आधी कीमत पर खरीदने का काम करते थे। इन गाड़ियों को बाद में पांच से दस हजार रुपये के मुनाफे पर ही ये लोग उत्तर प्रदेश में लाकर बेचते थे।

इन गाड़ियों की नम्बर प्लेट भी बदल दी जाती थी। उन्होंने बताया कि इन तीनों अभियुक्तों से एक स्कूटी, एक स्कूटर, एक यामाहा एफजेड मोटरसाइकिल और एक बुलेट मोटरसाइकिल बरामद की गयी है। इसके अलावा गाड़ियों पर लगाने के लिए अलग अलग फर्जी नम्बर प्लेट भी मिली हैं। उन्होंने बताया कि इन लोगों के द्वारा यहां पर कई वाहन बेचे गये हैं। इनसे इसके संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। 

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