एमआईटूसी कंपनी के बेरोजगार हुए कर्मियों ने किया हंगामा

रुड़की रोड स्थित कंपनी के गैराज पर दिया धरना, ईओ ने पहुंचकर संभाला मामला, वाहन निकलवाये;

Update: 2025-06-16 11:20 GMT

मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् ने शहर के 55 वार्डों से डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन और डलावघरों से कूड़ा निस्तारण के लिए नई कंपनी के साथ तीन साल का अनुबंध किया है, ऐसे में पुरानी कंपनी एमआईटूसी के साथ काम करने वाले कर्मचारियों ने वेतन और अन्य समस्याओं को लेकर सोमवार को कंपनी के गैराज पर प्रदर्शन करतेे हुए भारी हंगामा किया और नई कंपनी जेएस एनवायरो पर नौकरी के समायोजन के लिए सिक्योरिटी मनी की डिमांड के आरोप लगाते हुए आक्रोश जताया। हंगामे की सूचना पर ईओ ने मौके पर पहुंचकर कर्मियों से वार्ता कर मामला संभाला और गैराज में बंधक बनाये गये कई वाहनों को भी निकलवाया गया।


नगरपालिका परिषद् की ओर से 2024 में सफाई व्यवस्था के लिए एमआईटूसी सिक्योरिटी एण्ड फैसिलिटी प्रा. लि. के साथ एक साल का अनुबंध किया था, लेकिन कंपनी के द्वारा कार्यप्रणाली नकारात्मक रहने के कारण पालिका ने नया टैण्डर किया है। इसमें जेएस एनवायरो सर्विसेज प्रा. लि. मयूर विहार दिल्ली के साथ पालिका प्रशासन अगले तीन साल के लिए अनुबंध कर रहा है। नई कंपनी के आने से पहले ही एमआईटूसी ने बिना पूर्व सूचना के 11 जून से सफाई व्यवस्था के लिए निर्धारित कार्य बंद कर दिया। इसके बाद पालिका के करीब 105 छोटे बड़े वाहनों को भी हैंड ओवर नहीं किया गया, जिससे अचानक ही शहर में सफाई कार्य ठप हो जाने से गंदगी की समस्या चरम पर पहुंच गई।

एमआईटूसी के साथ काम करने वाले कर्मचारी भी बेरोजगार होकर सड़क पर आ गये। हालांकि पालिका चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने इन सभी कर्मचारियों को नई कंपनी के साथ समायोजित करने की व्यवस्था की है, लेकिन सोमवार को अचानक ही एमआईटूसी के साथ काम करने वाले कर्मचारियों ने रुड़की रोड और भोपा रोड स्थित कंपनी के गैराज पर पहुंचकर हंगामा और प्रदर्शन् शुरू कर दिया। आरोप लगाया कि पालिका के साथ काम शुरू कर रही नई कंपनी जेएस एनवायरो के अधिकारी उनका समायोजन करने के लिए सिक्योरिटी मनी मांग रहे हैं। 30 से 50 हजार तक मांग की जा रही है। इसके साथ ही वेतन भी कम दिए जाने की बात सामने आ रही है। ऐसे में कर्मियों ने अपने हितों को लेकर प्रदर्शन करते हुए हंगामा किया। वहीं एमआईटूसी से करीब डेढ़ माह का वेतन दिलाये जाने की मांग भी की।


हंगामे की सूचना पर ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह पहले भोपा रोड और फिर रुड़की रोड गैराज पर पहुंची और प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों से वार्ता करते हुए उनको समझा बुझकार मामला शांत किया। इसके साथ ही उन्होंने गैराज में एमआईटूसी के कब्जे में बंधक बनाये गये पालिका के कई बड़े वाहनों को भी रिलीज कराया तथा नई कंपनी को शहर के कूड़ा डलावघरों से कूड़ा निस्तारण के निर्देश दिये। वहीं कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि उनकी रोजी रोटी पर संकट नहीं आने दिया जायेगा, बकाया वेतन दिलाने के साथ ही नई कंपनी में सम्मानजनक समायोजन होगा। इसके बाद कर्मचारियों ने प्रदर्शन समाप्त किया। इस प्रदर्शन में मुख्य रूप से अजय कुमार, ललित, सुहैल अहमद, मोहित, लखन सिंह, अमित कुमार, अनिल दत्त, सनी, कपिल, अतुल, कुलदीप, राहुल, अजय शर्मा, ललित, लोकेंद्र, जोनी, चमन, प्रवेश, प्रिंस, राजा, रामू, अनस, सोनू, धर्मेंद्र, रविंदर, जोगिंदर, मोहित, राजेंद्र, नीरज, छोटू, अंशुल, अंकित, संदीप, श्रवण कुमार, विक्रांत सिंह, कार्तिक, अनुज, मनीष, सुरजीत, मनजीत आदि कर्मचारी शामिल थे।

फेक मैसेज वायरल किया, एमआईटूसी पर होगी एफआईआर

मुजफ्फरनगर। सोशल मीडिया पर सोमवार की सुबह एक फेक मैसेज वायरल कर दिये जाने के कारण ही एमआईटूसी के साथ कम करने वाले कर्मियों ने एकत्र होकर प्रदर्शन किया और नई कंपनी के खिलाफ रोष बना नजर आया। ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने बताया कि प्रदर्शन को लेकर जब वो रुड़की रोड गैराज पर पहुंची तो कर्मियों ने आरोप लगाया कि जेएस एनवायरो सर्विसेज प्रा. लि. के प्रोजेक्ट हैड नीतेश चौधरी की ओर से एक मैसेज वायरल हुआ है, जिसमें कर्मियों से समायोजन के लिए 30 से 50 हजार रुपये सिक्योरिटी मनी दो किश्तों में मांगी जा रही है।

इसके साथ ही वेतन कम देने की बात कही जा रही है। इसका जांच की गई तो पता चला कि ये मैसेज फेक है और व्यवस्था बिगाड़ने तथा कर्मियों को भड़काने के लिए एक सोची समझी साजिश के तहत इसको कर्मियों के बीच वायरल किया गया है। कर्मियों को समझाया गया है। वहीं जब उन्होंने एमआईटूसी के कब्जे वाले वाहन निकलवाने के लिए कहा तो कंपनी ने देने से इंकार कर दिया। जिन वाहनों की चाबी मिली, उनको निकलवाया गया है, इनमें तीन डम्फर और एक जेसीबी है। एमआईटूसी द्वारा पालिका के वाहन कब्जाने के लिए नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अतुल कुमार को कंपनी के प्रोजेक्ट हैड ओमप्रकाश दूबे और कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिये गये हैं।

नई कंपनी ने गाजियाबाद से मंगाये वाहन, काम शुरू

मुजफ्फरनगर नगर पालिका के साथ शहरी क्षेत्र में कूड़ा निस्तारण के लिए अनुबंध करने वाली नई कंपनी जेएस एनवायरो सर्विसेज प्रा.लि. ने सोमवार को डलावघरों से कूड़ा निस्तारण का काम शुरू कर दिया है। अभी तक कंपनी वाहन नहीं मिलने के कारण काम शुरू नहीं कर पा रही थी। प्रोजेक्ट हैड नीतेश चौधरी ने बताया कि कंपनी द्वारा गाजियाबाद से अपने तीन डम्फर और एक जेसीबी मंगा ली है। साथ ही पालिका ईओ ने आज ही दो डम्फर और एक जीसीबी उपलब्ध कराई है। आज ही कंपनी की टीम लगाकर अस्पताल चौराहे वाले डलावघर को क्लीयर कराया गया है, यहां करीब 15-16 डम्फर कूड़ा उठवाया गया है। रुड़की रोड पर दो डलावघरों को भी साफ कराया गया है। नीतेश ने कहा कि कंपनी कर्मियों का समायोजन करने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। चेयरपर्सन और ईओ की स्वीकृति पर काम किया जायेगा। कुछ लोग कंपनी को बदनाम करने के लिए फेक मैसेज चला रहे हैं, जिससे कर्मियों में आक्रोश उत्पन्न किया जा सके। पहले एआई के माध्यम से कुछ तस्वीरें बनाकर वायरल की गई थी।

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