एमआईटूसी कर्मियों की हड़ताल से सफाई व्यवस्था ठप

बड़े वाहनों के बाद डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का काम भी कर्मचारियों ने रोका, कंपनी का दावा-निकाले जा रहे वाहन, कंपनी का आरोप-मार्च से पालिका ने नहीं दिया मासिक भुगतान, कंपनी ने जमा नहीं कराया यूजर चार्ज का पैसा;

Update: 2025-05-27 10:34 GMT

मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् के साथ काम कर रही एमआईटूसी कंपनी के कर्मचारियों की हड़ताल के कारण शहरी सफाई व्यवस्था बेपटरी नजर आ रही है। पहले बड़े वाहनों के कर्मियों ने कामबंद किया तो अब कई दिनों से डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का काम बंद है। हालांकि कुछ क्षेत्रों में गाड़ियां निकाले जाने का दावा कंपनी कर रही है। कंपनी का कहना है कि पालिका से भुगतान नहीं मिलने के कारण वेतन की समस्या बनने से ही काम प्रभावित हो रहा है। कंपनी कर्मियों की हड़ताल के कारण पालिका को अपनी टीम उतारकर सफाई कराई जा रही है।

नगरपालिका परिषद् के साथ शहरी सफाई व्यवस्था और डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए काम कर रही एमआईटूसी सिक्योरिटी एण्ड फैसिलिटी प्रा.लि. दिल्ली के कर्मचारी लगातार हड़ताल पर चल रहे हैं। 17 मई को कंपनी के सेकेन्ड्री जोन के वाहन चालकों ने हड़ताल करते हुए रुड़की रोड स्थित वाहन गैराज पर प्रदर्शन किया था। इसके बाद बीते शुक्रवार से डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन में लगे कर्मचारियों के भी हड़ताल पर चले जाने के कारण सफाई कार्य बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। कर्मचारी वेतन नहीं दिये जाने के साथ ही अन्य देयकों को लेकर परेशान हैं और काम बंद कर हड़ताल पर चले गये हैं। इससे पालिका प्रशासन के सामने कई तरह की समस्या पैदा होने लगी है। शहर के कूड़ा डलावघरों पर भी कूड़ा समय से नहीं उठाया जा रहा है और वार्डों में गाड़ियां नहीं पहुंच पाने के कारण लोगों के घरों में भी कूड़ा करकट एकत्र हो जाने से परेशानी हो रही है। कंपनी के कर्मचारियों का कहना है कि अपै्रल माह का वेतन अभी तक नहीं दिया गया औ पीएफ सहित अन्य देयकों व समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है।

एमआईटूसी के प्रोजेक्ट हैड ओम प्रकाश दूबे ने बताया कि पालिका द्वारा कंपनी को अनुबंध के अनुसार मासिक भुगतान 92 लाख रुपये नहीं दिये जाने से ही वित्तीय संकट गहराने से कर्मचारियों का वेतन रूका है। उनका कहना है कि पालिका ने मार्च से कंपनी को भुगतान नहीं किया है, कंपनी से अपने संसाधन से कर्मचारियों को वेतन देने के साथ ही पालिका में मासिक यूजर चार्ज के रूप में 28 लाख रुपये भी जमा कराये हैं। पालिका से लगातार भुगतान मांगा जा रहा है। दूबे ने कहा कि सेकेन्ड्री जोन के वाहन चालकों को अपै्रल माह का वेतन दिया जा चुका है। वो काम पर लौट आये हैं। प्राइमरी जोन में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के कर्मियों का वेतन अभी नहीं दिया गया है, इसके बावजूद कंपनी द्वारा लगातार गाड़ियों को निकलवाया जा रहा है।

पालिका के मुख्य सफाई निरीक्षक योगेश गोलियान ने बताया कि कंपनी के सेकेन्ड्री जोन के कर्मियों की हड़ताल के कारण पालिका स्तर से तीन दिनों तक अपनी टीम और वाहन लगाकर डलावघरों से कूड़ा निस्तारण कराया गया है। अब कंपनी की टीम काम कर रही है, वहीं डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन कंपनी कर्मियों ने बंद कर दिया है। पालिका के नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अतुल कुमार ने बताया कि वेतन नहीं मिलने के कारण एमआईटूसी कंपनी के कर्मचारियों ने बड़े और छोटे वाहनों को रोक दिया था, वार्ता के बाद सेकेन्ड्री जोन चलाया गया है, अभी डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए कर्मचारी काम पर नहीं लौटे हैं। लगातार वार्ता की जा रही है। सोमवार को भी कंपनी और कर्मियों के साथ हड़ताल खुलवाने का प्रयास किया गया है। पालिका से कुछ भुगतान कराये जाने पर सहमति बनी है। कर्मियों से काम पर लौटने के लिए कहा गया है, लेकिन मंगलवार सुबह तक भी कर्मचारी हड़ताल पर कायम थे। इसके लिए कंपनी को नोटिस भी जारी किया जा रहा है। कंपनी से यूजर चार्ज का पूर्ण भुगतान भी मांगा गया है। 

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