नशे के खिलाफ बुग्गी पैदल यात्रा पर निकले शिव भक्त रविन्द्र
हरियाणा से हरिद्वार तक युवाओं को जागरुक करने के लिए अनोखी पहल, सामाजिक जागृति को समर्पित करेंगे कांवड़;
मुजफ्फरनगर। नशे की चपेट में आ रहे युवाओं को जागरूक करने के लिए हरियाणा के सफीदों निवासी रविंद्र तोमर ने अनोखी मुहिम शुरू की है। वह ‘जय जवान, जय किसान’ के नारे और नशा मुक्ति का संदेश लेकर बुग्गी पर सवार होकर पदयात्रा पर निकले हैं। बुधवार को उनकी यात्रा पानीपत-खटीमा हाईवे होते हुए बघरा पहुंची, जहां लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और सामाजिक जागरुकता के लिए इस युवा की सोच की सराहना की गई। रविन्द्र तोमर ने बताया कि वो युवाओं को नशा मुक्त जीवन जीने के लिए प्रेरित करते हुए अपनी कांवड़ को इस अभियान के लिए समर्पित कर रहे हैं। वो हरिद्वार से गंगा जल लेने जा रहे हैं और अपने गांव में मंदिर में भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगे। बुग्गी को वो पैदल ही खंच रहे हैं, जिस पर धर्म और राष्ट्र के प्रतीक के रूप में ध्वज लहरा रहे हैं। बघरा पहुंचने पर रविन्द्र का लोगों ने स्वागत और सत्कार किया तथा उनकी सोच की सराहना भी की।
इस युवा रविन्द्र तोमर ने बघरा पहुंचने पर बताया कि उनकी इस यात्रा का उद्देश्य युवाओं को नशे से दूर रखना और समाज में जागरूकता फैलाना है। उन्होंने कहा कि यह केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि एक जनआंदोलन है, जिसमें वह गांव-गांव जाकर लोगों को नशे के दुष्परिणामों के बारे में बता रहे हैं।रविंद्र तोमर की योजना हरिद्वार तक पदयात्रा करने की है, जहां से वह गंगाजल लेकर हरियाणा लौटेंगे और मुख्यमंत्री नायाब सिंह सैनी को भेंट करेंगे। इसके साथ ही राज्य में युवाओं को नशाखोरी से दूर करने के लिए सरकार द्वारा पहल करने की मांग भी वो करेंगे। इसके बाद गांव में जाकर वो जलाभिषेक कर अपनी कांवड़ को इस अभियान के लिए समर्पित करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गंगाजल नशा मुक्ति का प्रतीक बनकर सरकार को यह संदेश देगा कि अब समय आ गया है कि युवाओं को सही दिशा में ले जाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
उनकी बुग्गी पर लगे स्लोगनकृ‘नशा छोड़ो, देश जोड़ो’, ‘युवाओं को चाहिए शिक्षा, नहीं चाहिए नशा’कृराहगीरों और ग्रामीणों का ध्यान खींच रहे हैं। जगह-जगह लोग उन्हें सुनने के लिए इकट्ठा हो रहे हैं और उनकी इस पहल की सराहना कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि अगर ऐसे प्रयास लगातार होते रहें, तो युवा पीढ़ी को नशे की दलदल से बाहर निकाला जा सकता है।