MUZAFFARNAGAR PALIKA-टाउनहाल में बदहाल फव्वारों को वंडर पार्क में बदला

स्वच्छता सर्वेक्षण में ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने की नई पहल, पालिका की रैंकिंग में मिलेगा लाभ, स्वच्छ भारत मिशन के वेस्ट टू वंडर पार्क कार्यक्रम को पालिका ने किया लांच, पालिका मुख्यालय के दोनों फव्वारों पार्कों को होगा सुन्दरीकरण

Update: 2024-05-04 09:56 GMT

मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् का मुख्य कार्यालय टाउनहाल अब विकास की नई बानगी बयां कर रहा है। पहले इंडिया गेट की तर्ज पर यहां पर नया गेट बनाकर इसको नई पहचान दिलाने का प्रयास किया गया, तो अब स्वच्छता के प्रति वेस्ट मेटेरियल से शहर को सुन्दर बनाने का प्रेरक संदेश देने के लिए टाउनहाल के दोनों बदहाल पार्कों की तस्वीर बदलने का काम शुरू कर दिया गया है। पालिका की ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह की पहल पर पहली बार स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत स्वच्छता सर्वेक्षण में वेस्ट टू वंडर पार्क कार्यक्रम को भी शामिल किया गया है। इसके तहत टाउनहाल के दोनों फव्वारा पार्कों को शामिल किया गया है। देखरेख के अभाव के कारण बदहाल हो चुके ये दोनों फव्वारा स्थल अब वंडर पार्क में बदले जा रहे हैं। इसके लिए पालिका के गोदामों में पड़े वेस्ट मेटेरियल का ज्यादा प्रयोग किया गया है। पेंटिंग कर दिवारों को निखारा गया टायरों और प्लास्टिक बोतलों के सहारे यहां पर वॉल हैंगिंग गार्डन भी बनाया जा रहा है। इसको शहर के अन्य पार्कों तक भी ले जाने का प्लान पालिका प्रशासन द्वारा किया जा रहा है।


नगर पालिका परिषद् की चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप के निर्देशन में पालिका की अधिशासी अधिकारी डॉ. प्रज्ञा सिंह स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में शहर को नई पहचान दिलाने के लिए भरसक प्रयासों में जुटी हुई हैं। इसके लिए हर उस काम को कराया जा रहा है, जिसमें शहर को स्वच्छता की रैंकिंग में ज्यादा से ज्यादा नम्बर मिल सकें। इसके लिए स्वच्छ भारत मिशन के उन कार्यक्रमों पर भी नजर है, जो अभी तक किसी भी सर्वेक्षण के दौरान नगरपालिका परिषद् के अन्तर्गत नहंीं कराये गये और पालिका अच्छे अंक पाने से वंचित रह गयी। इसी कड़ी में वेस्ट टू वंडर पार्क कार्यक्रम को भी पालिका ने शुरू किया है। इसके तहत टाउनहाल का सौन्दर्यकरण कराया जा रहा है। टाउनहाल परिसर में बनाये गये दोनों फव्वारा स्थलों की दयनीय स्थिति भी इस कार्यक्रम के सहारे दूर होती नजर आ रही है।

बता दें कि पालिका परिसर में स्थित दोनों फव्वारा पार्कों के सौन्दर्यकरण के लिए पूर्व बोर्ड में चेयरमैन अंजू अग्रवाल ने टैण्डर आमंत्रित किये थे, लेकिन उनके अधिकार सीज होने के बाद यह मामला अधर में ही लटक गया और कार्य शुरू नहीं कराया गया। इसके साथ ही पालिका प्रशासन ने अपने मुख्यालय के परिसर की देखरेख में कोई रूचि नहीं दिखाई तो ये दोनों फव्वारा स्थल बदहाल होते चले गये। अब स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत इनकी बदहाली दूर हो रही है। इन दोनों पार्कों को वेस्ट टू वंडर पार्क में बदला जा रहा है। इसके लिए स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत लो बजट पर काम हो रहा है। वेस्ट टू वंडर पार्क के लिए पालिका स्तर से करीब 60 हजार रुपये खर्च किये जा रहे हैं। यह प्रयास बेहतर रहा तो इस कार्यक्रम को शहर के दूसरे पार्कों तक भी ले जाया जायेगा।


पालिका की अधिशासी अधिकारी डॉ. प्रज्ञा सिंह ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत वेस्ट टू वंडर पार्क कार्यक्रम भी शामिल है, इसमें लखनऊ और दूसरे शहरों में पहले से काम होता रहा है, लेकिन यहां पर इसको अभी तक शुरू ही नहीं कराया गया था। इस बार हम स्वच्छता सर्वेक्षण में सभी ऐसे कार्यक्रमों को लेकर काम कर रहे हैं, जिनमें पालिका को ज्यादा से ज्यादा अंक प्राप्त हो सकें। वेस्ट टू वंडर पार्क ऐसा ही कार्यक्रम है। यह पूरी तरह से लो बजट कार्य है, क्योंकि इसमें वेस्ट प्रोडक्ट के सहारे ही सौन्दर्यकरण कराया जाना शामिल है। पालिका के गोदाम से गाड़ियों के पुराने टायर, प्लास्टिक की पुरानी बोतलों के सहारे टाउनहाल के फव्वारा स्थल पर हैंगिंग गार्डन बनाये जा रहे हैं। साथ ही पेंटिंग कराकर प्रेरक संदेश लिखे जायेंगे। ये सौन्दर्यकरण स्वच्छ भारत मिशन में स्वच्छता सर्वेक्षण का हिस्सा है। इसमें मार्क निर्धारित किया गया है। दोनों पार्कों को इसमें लिया गया। यहां पर गमलों में पौधे और बैठने के लिए बैंच भी लगाये जायेंगे। इसके लिए ज्यादा बजट नहीं लगा है। पालिका के गोदाम से वेस्ट मेटेरियल को रिसाइकिल करने का प्रयास है। इससे लोगों को एक संदेश देने फाउंटेन का कलर व्हाइट कराया जा रहा है। पूरी तरह से सौन्दर्यकरण किया जायेगा। दूसरे फव्वारे की साइड खड़े होने वाले पालिका के कूड़ा वाहनों को भी हटाया जायेगा, ताकि पालिका मुख्यालय का परिसर पूरी तरह से स्वच्छता और सुन्दरता का संदेश दे सके।

ईओ आवास की दिवार देगी स्वच्छता का संदेश, कंपनी बाग में बनेगा बड़ा वंडर पार्क

मुजफ्फरनगर। स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में नगर पालिका परिषद् को उच्च रैंकिंग पर लाने के लिए पालिका स्तर से हर प्रयास किया जा रहा है। ऐसे में वेस्ट टू वंडर पार्क कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा अंक हासिल करने की तैयारी है।


वेस्ट टू वंडर पार्क के लिए करीब एक पखवाड़े से कवायद चल रही थी। ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने पालिका के कर्मचारियों के साथ शहर के कई पार्कों का स्थलीय निरीक्षण करते हुए वंडर पार्क को चुनने के लिए मंथन किया। इसमें झांसी की रानी, गांधी कालोनी की गांधी वाटिका और कम्पनी बाग का भी निरीक्षण किया गया, लेकिन ईओ ने इसके लिए सबसे पहले पालिका कैम्पस को सुन्दर बनाने के लिए दोनों फव्वारा पार्कों का चयन किया। उनका कहना है कि जब पालिका का मुख्यालय सुन्दर होगा तो ही हम लोगों को भी प्रेरित कर पायेंगे। यहां से शहर को सुन्दर और स्वच्छ बनाने की एक शुरूआत की है, इसे आगे बढ़ाया जायेगा। ईओ ने बताया कि कम्पनी बाग में भी ऐसा ही वंडर पार्क बनाने का प्लान किया जा रहा है। यह पूरी तरह से लो बजट कार्यक्रम है, केवल दृढ़ इच्छा शक्ति के अभाव के कारण ही इस तरह की चीजें विकसित नहीं हो पा रही हैं। हमारा प्रयास रहेगा कि हम लोगों को भी इससे जोड़े ताकि लोग इसी प्रकार वेस्ट प्रोडक्ट से अपने घरों के आसपास का वातावरण भी वॉल हैंगिंग गार्डन के सहारे सुन्दर, हरा-भरा और स्वच्छ बना सके। इसके साथ ही ईओ आवास की दीवारों को भी पेंटिंग से रंगने की तैयारी की जा रही है। यहां से स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए संदेश लोगों को दिए जायेंगे। 

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