undefined

पीरियड्स में होने वाली समस्या को दूर करता है 'सोयाबीन'

पीरियड्स में होने वाली समस्या को दूर करता है सोयाबीन
X

सोयाबीन में कैल्शियम भी पाया जाता है, जो हड्डियों के लिए अच्छा होता है। आस्टियोपोरोसिस की समस्या से परेशान रहने वाले लोगों को खासतौर पर सोयाबीन का सेवन करना चाहिए, क्योंकि ये इन सभी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।

कई गुणों से भरपूर सोयाबीन हमारी सेहत के लिए काफी लाभदायक होता है। इसमें कई मात्रा में प्रोटीन मोजूद होता है। जो व्यक्ति मांस का सेवन नहीं करता है वो सोयाबीन का सेवन कर मांस जितना पोषण हासिल कर सकता है। शाकाहारी लोगों के लिए सोयाबीन का सेवन करना काफी अच्छा माना जाता है। इससे कई तरह के खाद्य पदार्थ जैस- तेल, दूध और टोफू आदि भी बनाए जाते हैं। इन सभी चीजों का अपना-अपना लाभ है। सोयाबीन से कई तरह के रोगों से भी बचा जा सकता है। इसके अलावा वजन और पीरियड्स के समय होने वाली समस्याओं से भी छुटकारा पाया जा सकता है। सोयाबीन में कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम, विटामिन बी6 और बी12 के प्रमुख स्त्रोत मजूद हैं। इसकी मदद से कई तरह के रोग दूर हो सकते हैं। आइए आपको सोयाबीन के फायदें और नुकसान के बारे में बताने हैं जिन्हें जानकर आप अपनी सेहत अच्छी कर सकते हैं३

सोयाबीन के फायदे

1. हड्डियों को बनाएं मजबूत- सोयाबीन में कैल्शियम भी पाया जाता है, जो हड्डियों के लिए अच्छा होता है। आस्टियोपोरोसिस की समस्या से परेशान रहने वाले लोगों को खासतौर पर सोयाबीन का सेवन करना चाहिए, क्योंकि ये इन सभी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। हड्डियों की मजबूती के लिए सोयाबीन के दूध का सेवन करना अच्छा माना जाता है। सोयाबीन में कोलेस्ट्राल न होने के साथ कैलोरी और वसा की मात्रा बेहद कम होती है। इसमें आयरन, फाइबर, विटामिन बी, सी और पोटेशियम पाया जाता है।

2. मासिक धर्म में होने वाली समस्या होगी दूर- मासिक धर्म यानी पीरियड्स के दौरान महिलाओं को कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है। पेट में दर्द, सर दर्द, कमजोरी, बदन में दर्द या मूंड स्विंग जैसी समस्याएं होती हैं। ऐसे में सोयाबीन का सेवन करना काफी अच्छा माना जाता है। चिकित्सकों के अनुसार पीरियड्स बंद होने पर महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन की कमी होने लगती है। जिससे उनकी हड्डियां जल्दी कमजोर होने लगती है और कमर में दर्द या घुटनों के दर्द की समस्या होने लगती है। सोयाबीन का सेवन करने से इस तरह की समस्या से बचा जा सकता है क्योंकि सोयाबीन शरीर में एस्ट्रोजन की कमी नहीं होने देते हैं।

3. दिल को बनाएं रखे सेहतमंदः सोयाबीन का सेवन करने से दिल संबंधित रोगों से बचा जा सकता है। चिकित्सकों के अनुसार जो लोग दिल के रोग से परेशान हैं उनके खून में वसा की मात्रा बढ़ जाती है और शरीर के लिए फायदेमंद वसा एचडीएल का स्तर कम हो जाता है। ऐसे में सोयाबीन का सेवन करना अच्छा माना जाता है। सोयाबीन में करीब 22 प्रतिशत तक ऐसा वसा होता हैं जो दिल के रोगियों के लिए लाभदायक होते हैं। इसके अलावा सोयाबीन में लेसीथीन नामक पदार्थ भी पाया जाता है, जिससे दिल की नलियों में कोलेस्ट्रोल जमने से बचाया जा सकता है।

4. मधुमेह के रोगियों के लिए मददगारः सोयाबीन का सेवन करने से कोलेस्ट्राल और ब्लड में ग्लूकोस का स्तर कम होता है। इसका सेवन करने से मधुमेह रोगियों को फायदा होता है। मधुमेह के रोगी अगर रोटी के तौर पर सोयाबीन का सेवन करते हैं तो उन्हें इससे लाभ हो सकता है।

5. उच्च रक्तचाप में फायदाः हाई ब्लड प्रेशर यानी उच्च रक्तचाप की समस्या में सोयाबीन का सेवन किया जा सकता है। चिकित्सकों के अनुसार पोटेशियम युक्त आहारों का सेवन करने से शरीर से अतिरिक्त सोडियम निकल सकता है। इसलिए जिन लोगों का बीपी हाई रहता है उन्हें भुने हुए सोयाबीन का सेवन करना चाहिए।

6. शरीर का विकासः शारीरिक विकास के लिए भी सोयाबीन को काफी अच्छा माना गया है। सोयाबीन का सेवन करने से मांसपेशियों, बाल, नाखून आदि का विकास होता है। जो व्यक्ति सोयाबीन का सेवन नियमित तौर पर करता है उसके फेफड़े स्वस्थ होने के साथ शरीर के अतिरिक्त हिस्सों की भी रचना हो सकती है। इसके अलावा सोयाबीन का सेवन करने से याददाश्त तेज होती है। ये दिमाग का विकास करने में मदद करता है।

सोयाबीन के नुकसानः चिकित्सकों के अनुसार किसी भी चीज का हद से ज्यादा सेवन करना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। चाहे वो शरीर के लिए फायदेमंद चीज भी क्यों न हो अगर आप उसका ज्यादा मात्रा में सेवन करेंगे तो आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। निम्नलिखित सोयाबीन से होने वाले नुकसान हैं।

गर्भावस्थाः स्तनपान करवाने वाली महिलाएं- डाक्टर की मानें तो गर्भावस्था में महिलाओं को सलाह करने के बाद ही इसका सेवन करना चाहिए। इसके अलावा स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को भी सोयाबीन या सोयाबीन के दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे मन मचला, सर में दर्द या चक्कर आने जैसी समस्या हो सकती है।

फैमिली प्लानिंग में समस्याः अगर आप फैमिली प्लानिंग करने की सोच रहे हैं तो इस दौरान सोयाबीन का सेवन करने से बचे। ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें पुरूषों में शुक्राणुओं की संख्या कम करने की शक्ति होती है। इसके अलावा सोयाबीन का सेवन करने से शारीरिक संबंध बनाने की इच्छा भी कम हो जाती है। सोयाबीन का ज्यादा सेवन करने से पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन यानी नपुंकसकता की समस्या हो सकती है। इससे दाम्पत्य जीवन में समस्या भी हो सकती है।

ऐसे करें सोयाबीन का सेवन

सोयाबीन को पकाने से पहले उसे करीब चार घंटों के लिए पानी में भिगोना चाहिए। इसके बाद जब पानी से सोयाबीन फूलकर बाहर निकलने लगे और नरम हो जाएं, उसके बाद ही सोयाबीन की सब्जी या स्नैक्स बनाकर सेवन करें।

Next Story