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नौ माह में खतौली में घट गये वोटर

उपचुनाव में करीब 4 हजार वोटरों की कमी, फरवरी में हुए चुनाव में थे 317212 और उपचुनाव में 313075 का आंकड़ा, मतदाताओं में सबसे ज्यादा घटी महिलाओं की की संख्या

नौ माह में खतौली में घट गये वोटर
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मुजफ्फरनगर। निकाय चुनाव की तैयारियों के बीच कवाल कांड के एक प्रकरण में आये अदालती फैसले के कारण बने हालातों में अब भाजपा का गढ़ मानी जाने वाली खतौली विधानसभा सीट पर चुनावी रणभेरी नया सियासी शोर पैदा कर रही है। ऐसे में जिला प्रशासन ने निकाय चुनावों की तैयारियों को कुछ हद तक विराम देते हुए खतौली में 05 दिसम्बर को उपचुनाव कराने के लिए दिन रात एक कर दिया है। इसके लिए मतदाता सूची तैयार करने के साथ ही अन्य व्यवस्थाओं के लिए दिन रात भागदौड़ हो रही है। खतौली सीट पर नौ माह के अंतराल पर ही विस चुनाव हो रहा है, ऐसे में इन नौ माह में विधानसभा में मतदाताओं की संख्या में बढ़ोतरी होने के बजाये कमी हुई है। करीब 4 हजार मतदाता यहां पर घट गये हैं। इनमें महिला मतदाताओं की संख्या ज्यादा है। वहीं इस सीट पर थर्ड जेंडर मतदाताओं की हिस्सेदारी जस की तस बनी है।

जनपद की एमपी-एमएलए कोर्ट के द्वारा कवाल कांड के एक मुकदमे में फैसला सुनाते हुए इस मामले के आरोपियों में शामिल भाजपा के खतौली सीट से विधायक रहे विक्रम सैनी को दो साल की सजा सुनाई थी। इस सजा के बाद जनप्रतिनिधित्व कानून 2013 के प्रावधान के अनुसार विक्रम सैनी की सदस्यता रद्द हुई और उन पर अगले आठ साल तक कोई भी चुनाव नहीं लड़ने का प्रतिबंध भी लगा है। इसके साथ ही खतौली सीट को रिक्त घोषित कर दिये जाने के बाद निर्वाचन आयोग ने यहां पर उप चुनाव का कार्यक्रम तय कर दिया। इसमें 05 दिसम्बर को चुनाव और 08 दिसम्बर को मतगणना होनी है। 10 दिसम्बर तक चुनाव की सभी प्रक्रिया पूर्ण करने के निर्देश आयोग ने जिला प्रशासन को दिये हैं। इस सीट पर उपचुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया चल रही है, 17 नवंबर तक नामांकन पत्र दाखिल किये जाने हैं। ऐसे में जिला प्रशासन उपचुनाव के लिए जल्द से जल्द तैयारी को पूरा करने में जुटा हुआ है। इसके लिए निकाय चुनाव के लिए चल रही तैयारियों को भी अब प्रशासनिक अफसरों ने 'दूर की कौड़ी' समझकर कुछ मामलों में विराम दे दिया है।

सूत्रों के अनुसार इन्हीं तैयारियों के बीच खतौली सीट के उपचुनाव के लिए निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशन में मतदाता सूची तैयार करा ली गयी है। आयोग ने अधिसूचना के साथ ही निर्देशित किया है कि खतौली उपचुनाव 5 जनवरी 2022 को प्रकाशित मतदाता सूची के आंकड़ों पर ही होंगे। इसमें अनुपूरक सूची जोड़ने के निर्देश दिये गये हैं। बता दें कि खतौली सीट पर भी यूपी विधानसभा-2022 के तहत चुनाव हुए थे। 10 फरवरी 2022 को यहां पर जिले की अन्य पांच सीटों के साथ ही मतदान हुआ था। इस मतदान के लिए 05 जनवरी को प्रकाशित मतदाता सूची के तहत पंजीकृत मतदाताओं ने वोटिंग की। सूत्रों के अनुसार इसमें फरवरी में हुए चुनाव में खतौली सीट पर पंजीकृत मतदाताओं की संख्या 317212 थी। इनमें पुरुष मतदाता 169157, महिला मतदाता 148036 और थर्ड जेंडर मतदाता 19 थे। अब इसी सूची में अनुपूरक सूची को जोड़कर नया आंकड़ा तैयार किया गया है। हालांकि इसे अभी संभावित बताया जा रहा है, लेकिन इसमें जो तथ्य सामने आये वो चौंकाने वाले हैं। नौ माह बाद होने जा खतौली उपचुनाव में मतदाताओं की संख्या कम हो गई है। सूत्रों के अनुसार नयी तैयारी सूची में फरवरी में हुए चुनाव के लिए घोषित मतदाता संख्या के मुकाबले 4137 वोटर कम हो गये हैं। इनमें 2764 महिला और 1373 पुरुष मतदाता शामिल हैं। जबकि थर्ड जेंडर वोटर की संख्या जस की तस 19 ही रही है। सूत्रों के अनुसार नये आंकड़े के अनुसार खतौली उपचुनाव में 313075 मतदाता पंजीकृत बताये गये हैं। इनमें 167784 पुरुष और 145272 महिला, 19 थर्ड जेंडर तथा 835 सर्विस वोटर शामिल हैं। एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह ने बताया कि अभी कोई आंकड़ा फाइनल नहीं हुआ है। मतदाता सूची तैयार कराई जा रही है। एक संभावित आंकड़ा सामने आया है। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर अनुपूरक सूची जोड़ी जा रही है। वहीं सूत्रों का कहना है कि खतौली सीट का जो ताजा आंकड़ा तैयार हुआ है, उसमें 09 नवंबर 2022 तक अनुपूरक सूची के साथ किये गये आलेख्य प्रकाशन शामिल है और लगभग मतदाताओं का यही आंकड़ा खतौली उपचुनाव में रहने की पूरी संभावना है। बता दें कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव विधानसभा चुनाव 2022 में यादव और मुस्लिमों के वोट काटने को लेकर बयान दे चुके हैं और निर्वाचन आयोग ने उनको नोटिस भेजा है। खतौली सीट पर भी नौ माह में ही करीब 04 हजार से ज्यादा मतों की कटौती होने को लेकर कई तरह की चर्चा हैं।

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