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आईपीएस अभिषेक की मेरठ में धमक-माफिया बाफर की कोठी सीज

मुजफ्फरनगर पुलिस ने मेरठ जनपद में पहुंचकर की बड़ी कार्रवाई, रोहित सांडू को फरार कराने में मुख्य आरोपी है भूपेन्द्र बाफर, माफिया के ेखिलाफ गैंगस्टर एक्ट में हुई कार्यवाही, पुलिस ने जब्त की 2.50 करोड़ की सम्पत्ति।

मुजफ्फरनगर। अभी तक जनपद के दायरे में रहकर ही अपराधियों का दमन करने वाले एसएसपी अभिषेक यादव के नेतृत्व में अब मुजफ्फरनगर पुलिस दूसरे जिलों मेें अपनी जबरदस्त आमद दर्ज कराते हुए अपराधियों के किले को ढहाने में जुटी हुई है। आज मुजफ्फरनगर पुलिस ने रोहित सांडू फरारी केस के मुख्य आरोपी माफिया भूपेन्द्र बाफर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए मेरठ जनपद में स्थित उसकी कोठी को सीज कर दिया है। पुलिस की इस कार्रवाई से हड़कम्प मचा रहा। पुलिस भूपेन्द्र बाफर के परिजनों को इस कार्रवाई का नोटिस भी तामील कराकर आई है। 2.50 करोड़ रुपये की सम्पत्ति पुलिस ने शासन के पक्ष में जब्त करने का काम किया है।


बुधवार को एसएसपी अभिषेक यादव के निर्देश अनुसार सीओ जानसठ शकील अहमद के नेतृत्व में पुलिस टीम ने एक लाख रुपये के इनामी रहे शातिर माफिया भूपेन्द्र बाफर की मेरठ में स्थित कोठी को गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई करे हुए सीज कर दिया। सवेरे सीओ शकील अहमद भारी पुलिस फोर्स लेकर मुजफ्फरनगर से रवाना हुए थे और हत्या एवं लूट के कई मुकदमों में शामिल रहे भूपेन्द्र बाफर की करीब 2.50 करोड़ रुपये की सम्पत्ति को सीज करने की कार्रवाई पूर्ण की।


मुजफ्फरनगर पुलिस ने यह कार्रवाई 2 जुलाई 2019 को पुलिस अभिरक्षा से कुख्यात अपराधी रोहित सांडू को छुड़ाने और पुलिस पर जानलेवा हमला करवाने के मामले में मुख्य आरोपी होने के कारण भूपेन्द्र बाफर के खिलाफ की है। बता दें कि 2019 में भूपेन्द्र बाफर ने रोहित सांडू को पुलिस अभिरक्षा से छुड़ाने के लिए उस समय पुलिस कर्मियों पर हमला कराया था, जब पुलिस पेशी के बाद रोहित को वापस ले जा रही थी।

इस हमले में उप निरीक्षक दुर्गविजय सिंह गोली लगने से घायल हुए थे, जिनकी बाद में उपचार के दौरान मौत हो गयी थी। इस मामले में एसएसपी अभिषेक यादव भूपेन्द्र बाफर और इस हमले में शामिल उसके साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने में सफल रहे थे। इस फरारी के 14 दिनों के अंदर ही मुजफ्फरनगर पुलिस ने एनकाउंटर में रोहित सांडू और उसके साथी बदमाश को ढेर कर दिया था।

बुधवार को इस मामले में एसएसपी अभिषेक यादव ने बड़ी कार्रवाई कराई है। उन्होंने बताया कि अभियुक्त भूपेन्द्र उर्फ भूपेन्द्र बाफर पुत्र स्व. राजेन्द्र सिंह निवासी ग्राम बाफर थाना जानी जनपद मेरठ ने वर्ष 1985 से संगठित गिरोह बनाकर लगातार संगीन घटनाओं को अंजाम देना प्रारम्भ कर दिया था। वह हिस्ट्रीशीटर बदमाश है और उसकी हिस्ट्रीशीट संख्या एचएस-154-ए है। एसएसपी ने बताया कि भूपेन्द्र के खिलाफ हतया, लूट, गुण्डा, गैंगस्टर एक्ट, अपहरण, क्रिमिनल लाॅ एक्ट, हत्या का प्रयास, धोखाधड़ी, जालसाजी आदि जैसी संगीन धाराओं में जनपद मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद, मेरठ, बिजनौर के साथ ही आंध्र प्रदेश और उत्तराखंड के देहरादून में लगभग दो दर्जन अभियोग पंजीकृत हैं।


एसएसपी ने बताया कि भूपेन्द्र बाफर ने अपने करीब 35 साल के आपराधिक दौर में कई लोगों की हत्या की या कराई हैं। रोहित सांडू केस में वह मुख्य आरोपी है। संगीन वारदातों को करते हुए ही भूपेन्द्र बाफर ने इसके माध्यम से अवैध धन अर्जित किया है। उन्होंने बताया कि भूपेन्द्र के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी की मंजूरी मिलने के बाद आज सीओ शकील अहमद के नेतृत्व में पुलिस टीम को मेरठ भेजा गया और 2.50 करोड़ की सम्पत्ति को सीज कराया गया।

सीओ जानसठ शकील अहमद ने बताया कि आज एसएसपी अभिषेक यादव के निर्देशन में भूपेन्द्र बाफर की सम्पत्ति को सीज किया गया है। उन्होंने बताया कि मेरठ जनपद के थाना गंगानगर के मवाना रोड पर डिफेंस कालौनी में भूपेन्द्र बाफर की 176.97 वर्गमीटर भूमि पर कोठी सी-60 बनी हुई है। इसकी कीमत 2.50 करोड़ रुपये है। इस सम्पत्ति को शासन के पक्ष में सीज करने की कार्यवाही की गयी है। इसकी तामील भी आरोपी के परिजनों को करा दी गयी है। उन्होंने बताया कि यह कार्यवाही उत्तर प्रदेश गिरोहबंद एवं समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम 1986 की धारा 14;1द्ध के अन्तर्गत की गयी है।

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