चुनौतीपूर्ण सेवा कर सीएमओ डा. प्रवीण चोपडा सेवानिवृत्त

मुजफ्फरनगर जिले में बिताये सर्विस के छह वर्ष, कोरोना संकट की चुनौती में बीता सीएमओ पद पर एक साल का कार्यकाल।

Update: 2021-02-28 09:42 GMT

मुजफ्फरनगर। कोरोना संकट में सीएमओ पद पर सराहनीय कार्यप्रणाली के साथ चुनौतीपूर्ण कार्य करने वाले डा. प्रवीण चोपडा रविवार को सरकारी सेवा से रिटायर्ड हो गये। सीएमओ के रूप में उनका एक साल का कार्यकाल बेहद चुनौतीपूर्ण रहा। पूरा कार्यकाल कोरोना की लड़ाई में ही निकल गये। स्वास्थ्य विभाग में डा. प्रवीण कुमार चोपडा ने मुजफ्फरनगर में 6 साल सेवा की। आज स्वास्थ्य विभाग की ओर से डा. प्रवीण को भावपूर्ण विदाई दी गयी। विभागीय अधिकारियों ने उनकी कार्यप्रणाली की प्रशंसा की। उन्होंने भी कहा कि सीएमओ के रूप में मुजफ्फरनगर में बिताया गया सेवा का यह आखिरी साल को जीवन भर याद रहेगा।


सीएमओ के रूप में कोरोना काल का एक साल डा. प्रवीण चोपडा ने पूरा किया। 8 जनवरी 2020 को डा. प्रवीण कुमार चोपडा को शासन द्वारा मुजफ्फरनगर में सीएमओ प्रमोट किया गया था। इससे पहले पिछले पांच साल से वह यहां पर एसीएमओ के पद पर कार्यरत रहे।


मूल रूप से मेरठ जनपद के निवासी डा. प्रवीण कुमार चोपडा पेशे से नेत्र रोग विशेषज्ञ सर्जन हैं। उनके द्वारा मुजफ्फरनगर जनपद में स्वास्थ्य विभाग में बिताये गये 6 वर्षों में बेहतरीन कार्यप्रणाली को साबित करने का काम किया। स्वास्थ्य विभाग में जिन कार्यों और जिम्मेदारी को उठाने के लिए कोई अफसर आसानी से तैयार नहीं होता, उन जिम्मेदारियों को डा. प्रवीण चोपडा ने एक चुनौती मानकर न केवल खुशी खुशी उठाया, बल्कि उनमें अप्रत्याशित स्तर पर सफलता के साथ कार्य करके विभाग का मान बढ़ाने का काम किया। ऐसी ही एक जिम्मेदारी डीएलओ की भी रही।

जनवरी 2020 में मुजफ्फरनगर में ही सीएमओ बने डा. प्रवीण चोपडा ने विभागीय सूरते हाल बदलने के प्रयास शुरू ही किये थे कि कोरोना वायरस संक्रमण की महामारी ने पैर पसार लिये। जनपद मुजफ्फरनगर में कोरोना संकट काल के लिए सीएमओ डा. प्रवीण चोपडा ने बेहतरीन कार्यशैली के साथ सीमित संसाधनों में एक समान नीति के साथ कार्य किया। यहां पर लगातार कार्य कर उन्होंने जनपद को संक्रमण के गंभीर प्रभाव से बचाने में सफलता पाई।


कोरोना संकट को सबसे बड़ी चुनौती के रूप में वह कहते हैं कि शासन और प्रशासन के आदेशों को धरातल पर लागू कराना ही सबसे बड़ा काम रहा। हमने मिलकर काम किया और सफल रहे। कोई समझौता नहीं किया। शत प्रतिशत रिजल्ट देने के लिए दिन रात काम किया गया। लाॅक डाउन से टीकाकरण तक हम अपनी योजनाओं को शत प्रतिशत पूरा कराने में सफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीएमओ के रूप में बिताया गया यह एक साल उनको जीवन भर याद रहेगा। रिटायमेंट के बाद के प्लान पर उन्होंने कहा कि अभी कुछ सोचा नहीं है। इ

इस अवसर पर उन्होंने सीएमओ का अतिरिक्त कार्यभार एसीएमओ डा. एसके अग्रवाल को सौंपा। सीएमओ कार्यालय पर आयोजित विदाई समारोह में अन्य अधिकारियों ने उनके कार्यकाल की सराहना की। कुछ चिकित्सकों ने उपहार भेंट किये। समारोह में मुख्य रूप से सीएमएस डा. पंकज अग्रवाल, सीएमएस डा. अमृता रानी भाम्बे, डा. अमिता गर्ग, एसीएमओ डा. एसके अग्रवाल, डा. वीके सिंह, डा. राजीव निगम, डा. शरण सिंह, डीएमओ अलका सिंह, डा. गीतांजलि वर्मा, डा. शमेशर, डा. योगेन्द्र त्रिखा, डा. लोकेश गुप्ता सहित अन्य चिकित्साधिकारी व स्टाफ मौजूद रहा। 

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