बाराबंकी में हाइवे जाम कर आगजनी

किसानों का आरोप है कि केंद्र के इस बिल से न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था खत्म हो जाएगी और कृषिक्षेत्र बड़े पूंजीपतियों के हाथों में चला जाएगा।

Update: 2020-09-25 06:19 GMT

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में किसान यूनियन के कार्यकर्ता सडकों पर हैं। कृषि बिल के खिलाफ में किसानों का हल्लाबोल, बाराबंकी में जोरदार प्रदर्शन, नेशनल हाइवे जाम कर आगजनीबाराबंकी में किसानों ने लखनऊ अयोध्या हाइवे जाम कर दिया है।

बाराबंकी में किसान नेता आशू चैधरी ने कहा कि केंद्र सरकार आनन-फानन में जो ये कृषिअध्यादेश लेकर आई है, हम लोग इसका विरोध कर रहे हैं। अगर ये अध्यादेश किसानों के हित में है, तो इसे लागू करने से पहले किसानों से बात की जाती। सभी की सहमति के बाद इसे लागू किया जाता। सैकड़ों की संख्या में किसानों ने अयोध्या-लखनऊ हाइवे जाम कर दिया। इस दौरान किसान आन्दोलन में राहगीरों का लम्बा जाम लग गया। हाइवे के दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी लाइनें लग गईं। किसानों के हंगामे को लेकर प्रशासन के हाथ-पांव फूले। बता दें कई महीनों से किसान अपनी समस्याओं को लेकर प्रशासन को चेतावनी दे रहे थे। प्रदर्शन के दौरान किसान नेताओं ने रोड पर जाम लगाया और आगजनी भी की। प्रदर्शन कर रहे किसानों का आरोप है कि केंद्र के कृषिबिल से न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था खत्म हो जाएगी और कृषिक्षेत्र बड़े पूंजीपतियों के हाथों में चला जाएगा। किसानों ने कहा कि तीनों विधेयक वापस लिए जाने तक वे अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। किसानों का आरोप है कि केंद्र के इस बिल से न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था खत्म हो जाएगी और कृषिक्षेत्र बड़े पूंजीपतियों के हाथों में चला जाएगा। किसानों ने कहा कि तीनों विधेयक वापस लिए जाने तक वे अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।

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