14 दिन की बेटी को गोद में लिए काम पर लौटी एसडीएम

सौम्या पांडे ने कहा कि वे एक आईएएस अधिकारी हैं, इसलिए कर्तव्य उनकी हर जिम्मेदारी से ऊपर है। भगवान ने महिलाओं को अपने बच्चे को जन्म देने और देखभाल करने की शक्ति दी है।

Update: 2020-10-13 09:26 GMT

गाजियाबाद। मोदीनगर की एसडीएम ने एक उदाहरण प्रस्तुत करते हुए अपने कर्तव्य का प्रदर्शन किया है। गाजियाबाद में कोरोना के लिए नोडल अधिकारी के रूप में तैनात सौम्या पांडेय ने 14 दिन पहले ही एक बेटी को जन्म देने के बावजूद अपनी जिम्मेदारी का समझते हुए सिर्फ 14 दिल की नवजात बेटी को गोद में लेकर ड्यूटी पर जिम्मेदारी संभाल लीं।

सौम्या पांडे ने कहा कि वे एक आईएएस अधिकारी हैं, इसलिए कर्तव्य उनकी हर जिम्मेदारी से ऊपर है। भगवान ने महिलाओं को अपने बच्चे को जन्म देने और देखभाल करने की शक्ति दी है। ग्रामीण इलाकों में महिलाएं प्रसव के निकट दिनों में गर्भावस्था में अपनी गृहस्थी और अपने जीवनयापन से संबंधित काम करती हैं और बच्चे को जन्म देने के बाद वे उसकी देखभाल के साथ अपने काम और घर की की जिम्म्ेदारियां भी संभालती हैं। अपने तीन हफ्ते की बच्ची के साथ अपना प्रशासनिक काम करने में सक्षम महसूस कर रही है। सितंबर में उन्हें अपने आॅपरेशन के दौरान 22 दिनों की छुट्टी मिली और डिलीवरी के दो हफ्ते बाद मैं तहसील में जिम्मेदारी वापस संभाल ली।

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