पौड़ी में रेव पार्टी करते मुजफ्फरनगर के 28 उर्वरक व्यापारी गिरफ्तार
उर्वरक कंपनी मैनेजर ने उत्तराखंड बुलाया, नौ लड़कियों के साथ कर रहे थे मौज-मस्ती;
मुजफ्फरनगर/पौड़ी। उत्तराखंड राज्य में धराली आपदा और विनाशकारी बरसात के बीच जहां प्रशासन ने सभी होटल व रिजॉर्ट बंद रखने के आदेश जारी किए थे, वहीं मुजफ्फरनगर के 28 उर्वरक व्यापारी मौज-मस्ती करने पौड़ी गढ़वाल पहुंचे और नौ युवतियों के साथ अवैध रेव पार्टी करते रंगेहाथ पकड़े गए। पुलिस ने छापेमारी कर सभी को गिरफ्तार कर बीएनएस की धारा 172 के तहत कार्रवाई की। हालांकि थाने से ही सभी को जमानत मिल गई।
उत्तराखंड राज्य के जनपद पौड़ी गढ़वाल के थाना लक्ष्मणझूला प्रभारी निरीक्षक संतोष पैंथवाल ने बताया कि पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह के निर्देश पर होटल, रिजॉर्ट और होम स्टे में नियमित चेकिंग की जा रही है। इसी क्रम में 18 अगस्त की रात सूचना मिली कि पुलिस चौकी चीला क्षेत्रान्तर्गत कौड़िया गांव के गंगा भोगपुर मल्ला में स्थित ईवाना रिजॉर्ट में कुछ लोग तेज आवाज में डीजे बजाकर हुड़दंग मचा रहे हैं। जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो पाया गया कि रिजॉर्ट में युवक-युवतियां डांस और शराब पार्टी कर रहे थे। जांच में पता चला कि उपजिलाधिकारी यमकेश्वर ने मानसून सीजन को देखते हुए 1 जुलाई से सभी होटल व रिजॉर्ट बंद रखने के आदेश दिए थे। इसके बावजूद यहां अवैध रूप से पार्टी चल रही थी। मौके पर जब आयोजनकर्ताओं से अनुमति पत्र या लाइसेंस मांगा गया, तो वे कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए। इस पर होटल संचालक प्रशांत कुमार के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 55/2025 धारा 223 बीएनएस दर्ज किया गया, जबकि 37 अन्य लोगों जिनमें नौ लड़कियां और 28 पुरुष शामिल रहे, के खिलाफ बीएनएसएस की धारा 172 के तहत कार्रवाई हुई।
पुलिस पूछताछ में रेव पार्टी के आयोजनकर्ता मनोज कुमार जो एक एग्रीकल्चर कंपनी में एरिया मैनेजर है, ने बड़ा खुलासा किया। उसने बताया कि कंपनी ने मानसून सीजन में उसे अपने रीजन में चार करोड़ रुपये का टर्नओवर पूरा करने का लक्ष्य दिया था, जिसे वह पूरा नहीं कर पा रहा था। लक्ष्य हासिल करने के लिए उसने कंपनी के उर्वरक के डिस्ट्रीब्यूटरों और दुकानदारों को लुभावने पैकेज का ऑफर दिया और उन्हें रेव पार्टी में आमंत्रित किया गया। मनोज के मुताबिक, पहला चरण मुजफ्फरनगर जिले से शुरू किया गया और इसी सिलसिले में पौड़ी जिले में रेव पार्टी का आयोजन तय किया गया, इसमें 28 उर्वरक व्यापारी पार्टी में शामिल हुए। इनमें तीन बुजुर्ग व्यापारी भी शामिल थे, जिनकी उम्र 60-65 साल बताई गई है। सभी व्यापारियों को थाना लक्ष्मणझूला से ही जमानत मिल गई, लेकिन घर लौटकर उन्हें अपनी करतूत पर पछताना पड़ा। व्यापारियों के इस कृत्य से व्यापारिक प्रतिष्ठा और सामाजिक छवि को गहरा धक्का लगा है।