नई दिल्ली: संसद के मानसून सत्र के छठे दिन उस वक्त सियासी माहौल गर्मा गया, जब डिंपल यादव पर ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन (AIIA) के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ एनडीए सांसदों ने विरोध किया। भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने आलोचना करते हुए पूछा कि विपक्ष व सपा इस बयान पर चुप क्यों है और डिंपल यादव के पति अखिलेश यादव ने बयान का खंडन क्यों नहीं किया।
इसी बीच, कैराना से समाजवादी पार्टी की युवा सांसद इकरा हसन ने भी मौलाना साजिद रशीदी के विवादित बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। इकरा हसन ने कहा, इस तरह की टिप्पणी बेहद शर्मनाक है। अगर किसी महिला सार्वजनिक जनप्रतिनिधि, जो संसद जैसी सबसे बड़ी पंचायत की सदस्य हैं, उनके खिलाफ ऐसे बयान दिए जाते हैं, तो समाज की आम महिलाओं को क्या संदेश मिलेगा? इस तरह के लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए। ये लोग न तो किसी धर्म के ठेकेदार हैं, न ही असली धर्मगुरु।
इकरा ने आगे साफ किया कि ऐसे बयान न केवल महिलाओं की गरिमा के खिलाफ हैं, बल्कि समाज में नकारात्मक संदेश भी फैलाते हैं।