MUZAFFARNAGAR-मलेशिया में नौकरी लगवाने के नाम पर युवक से 9.32 लाख ठगे

मां और दो बेटियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज, बैंकाक पहुंचाकर अवैध तरीके से मलेशिया बॉर्डर कराया पार, दो माह तक होटल में रहकर भी नहीं मिली नौकरी

Update: 2024-05-02 11:25 GMT

मुजफ्फरनगर। अमेरिका रिटर्न एक युवती ने अपनी मां और बहन के साथ मिलकर एक युवक को मलेशिया में अच्छी नौकरी दिलाने का झांसा देकर उससे 9.32 लाख रुपये ठग लिये। इस महिला ने नौकरी के लिए पैसा लेने के बाद युवक को बैंकाक बुलाया और वहां पर अवैध तरीके से उसको बॉर्डर पार कराकर मलेशिया पहुंचाया तथा वहां पर दो माह तक होटल में रहने के बावजूद भी युवक को नौकरी नहीं दिलवाई गई। ठगी का अहसास होने के बाद युवक किसी तरह से मलेशिया से वापस स्वदेश लौटा और गांव आने के बाद उसे शातिर युवती व उसकी मां तथा बहन के खिलाफ धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है।

थाना मन्सूरपुर क्षेत्र के गांव खानूपुर मिल मन्सूरपुर निवासी हिमांशु पंवार पुत्र अमर सिंह ने एसएसपी अभिषेक सिंह से मिलकर अपनी पीड़ा बताई थी। एसएसपी को दिये प्रार्थना पत्र में बीएससी पास युवक हिमांशु ने बताया कि पिछले दिनों उसकी पहचान थाना नई मंडी क्षेत्र के शिवनगर निवासी युवती खुशी चौधरी पुत्री बबलू के साथ हुई थी। खुशी ने उसको बताया था कि वो अमेरिका में काम करती है और उसके नौकरी मलेशिया की कंपनी मॉल बिलिंग में अपनी जान पहचान के आधार पर लगवा सकती है। इस नौकरी में उसको 70 से 90 हजार रुपये प्रतिमाह सैलरी मिलेगी। कंपनी में रहने और खाने की व्यवस्था अलग से हो जायेगी। युवक हिमांशु ने बताया कि वो खुशी पर विश्वास करते हुए नौकरी दिलाने के झांसे में आ गया। खुशी ने उसको बताया कि नौकरी लगवाने के लिए कुल 9.34 लाख रुपये का खर्च आयेगा, जो पहले ही देना होगा।

हिमांशु ने बताया कि खुशी ने पांच लाख रुपये अपनी मांह सुशीला पत्न्ी बबलू और बहन प्रिया पुत्री बलू को दिलवाये थे। इसके बाद अलग अलग दिन खुशी को पैसा दिया गया। इसके बाद खुशी ने उसको बताया कि 15 जनवरी की बैंकाक की टिकट करा दी गई है। वहां से मलेशिया भेजने का प्रबंध कर दिया है। फ्लाइट बुक करने की जानकारी दी। हिमांशु 15 जनवरी को बैंकाक पहुंच गया, लेकिन उसको वहां से मलेशिया की फ्लाइट नहीं मिली। खुशी को फोन किया तो उसने वहीं पर होटल में रूकने के लिए कह दिया। इसके बाद बाकी पैसे भी बैंकाक से ही खुशी के अकाउंट में ट्रांसफर कर दिये गये। खुशी ने कहा कि सात दिनों में वर्क परमिट दिला दिया जायेगा।

हिमांशु को बैकाक से अवैध तरीके से बॉर्डर पार कराकर मलेशिया भेज दिया गया, वहां कुआलालम्पुर में होटल में रूक गया। सात दिन बीतने पर भी वर्क परमिट नहीं मिला। खुशी दो माह तक मलेशिया में रह रहे हिमांशु को टालती रही। इसी बीच ठगी का अहसास होने पर हिमांशु ने अपने पैसे वापस मांगे और भारत भिजवाने के लिए कहा। 29 मार्च को हिमांशु किसी तरह से भारत वापस आ गया। आरोप लगाया कि 30 मार्च को खुशी की मां सुशीला ने फोन कर धमकी दी कि पैसा मांगा तो जान से मरवा दिया जायेगा। पैसा वापस करने से इंकार कर दिया। एसएसपी के आदेश पर मन्सूरपुर पुलिस ने खुशी, सुशीला और प्रिया के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 406 और 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है।

Similar News