डीआईजी अभिषेक सिंह शुक्रवार को दारुल उलूम पहुंचे। उन्होंने संस्था के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने बॉर्डर पर चल रही सरगर्मियों और छात्रों की सुरक्षा को लेकर वार्ता की। प्रबंधन से कहा कि वह छात्रों की सुरक्षा के लिए तैयार रहे।देश के हालात के मद्देनजर पुलिस प्रशासन सक्रिय है। जुमा की नमाज के चलते दारुल उलूम की प्रसिद्ध मस्जिद रशीदिया समेत प्रमुख मस्जिदों के बाहर पुलिस बल तैनात रहा। वहीं, डीआईजी अभिषेक सिंह ने दारुल उलूम पहुंच कर संस्था के मेहमानखाने में मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी से मुलाकात की। इस दौरान मोहतमिम ने उन्हें संस्था में दी जानी वाली शिक्षा, छात्रों के रहन-सहन और जंग-ए-आजादी में देवबंदी उलमा और दारुल उलूम की भूमिका के बारे में बताया। मोहतमिम ने डीआईजी को संस्था के इतिहास से संबंधित हिंदी पुस्तक भेंट की। इसके उपरांत डीआइजी अभिषेक सिंह ने निर्माणाधीन लाइब्रेरी, रशीदिया मस्जिद और पुरानी लाइब्रेरी में रखी ऐतिहासिक पुस्तकों को देखा। डीआईजी ने बताया कि उन्होंने मोहतमिम से देश के वर्तमान हालात, बॉर्डर पर चल रही सरगर्मियों को लेकर बातचीत की। साथ ही छात्रों की सुरक्षा को लेकर तैयार रहने को कहा। उन्होंने कहा कि देश के लिए आपसी सौहार्द और शांति जरुरी है। यदि सोशल मीडिया पर कोई अफवाह फैलाने वाली या भड़काऊ पोस्ट डालता है तो स्थानीय प्रशासन को उसकी जानकारी जरुर दें। इस मौके पर एसडीएम युवराज सिंह, सीओ रविकांत पराशर, इंस्पेक्टर धमेंद्र सोनकर, हॉस्टल इंचार्ज मुफ्ती अशरफ अब्बास, जमीयत उलेमा हिंद के जिला महासचिव सैयद जहीन अहमद, सभासद हारिस सय्यद, नजर फाउंडेशन के अध्यक्ष नजम उस्मानी, अंसार मसूदी, महमूद अहमद, मूसा चौधरी और जुनैद सिद्दीकी आदि मौजूद रहे।