लाशों का ढेर दिखाकर मुजफ्फरनगर में दंगा भड़काने की आतंकी साजिश

मुजफ्फरनगर पुलिस की बड़ी सफलता-पाकिस्तानी घटना की वीडियो वारयल कर साम्प्रदायिक तनाव पैदा करने वाले तीन शातिर गिरफ्तार;

Update: 2025-07-21 13:14 GMT

मुजफ्फरनगर। कांवड़ यात्रा के दौरान सांप्रदायिक तनाव और आतंकी हिंसा फैलाने की एक गहरी साजिश को मुजफ्फरनगर पुलिस ने विफल कर दिया है। सोशल मीडिया पर खौफनाक वीडियो और भड़काऊ ऑडियो के जरिए दंगे भड़काने की साजिश रचने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच में पता चला है कि वायरल किया गया वीडियो पाकिस्तान के मुजफ्फरगढ़ जिले की घटना का था, जिसे उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद का बताकर फैलाया जा रहा था।


पुलिस उप महानिरीक्षक सहारनपुर रेंज अभिषेक सिंह एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने पुलिस लाइन में संयुक्त प्रेस वार्ता में बताया कि थाना ककरौली पुलिस को सूचना मिली थी कि श्ककरौली युवा एकताश् नामक व्हाट्सएप ग्रुप पर एक खून से लथपथ शवों वाला वीडियो और एक भड़काऊ ऑडियो वायरल किया गया है। इसमें दावा किया गया था कि बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मुरादाबाद के एक गांव में मुसलमानों की हत्या कर दी है। तुरंत कार्रवाई में पुलिस ने तीन आरोपियोंकृनदीम, मनशेर और रहीस को गिरफ्तार किया। इनके पास से तीन मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। पूछताछ और फोरेंसिक विश्लेषण में यह सामने आया कि वीडियो अप्रैल 2024 में पाकिस्तान में हुई एक घरेलू हत्या का है, जहां एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी और बच्चों की हत्या की थी। इसी वीडियो को भारत में सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया गया।

पुलिस ने बताया कि साजिशकर्ताओं ने सावन माह के दूसरे सोमवार को जानबूझकर यह वीडियो वायरल किया, ताकि कांवड़ यात्रा के दौरान दंगा और हिंसा फैलाई जा सके। शुरुआती जांच में संकेत मिले हैं कि इस साजिश के पीछे राष्ट्रविरोधी तत्व और विदेशी एजेंसियां भी हो सकती हैं। गिरफ्तार व्यक्तियों के मोबाइल और वायरल ऑडियो की तकनीकी जांच जारी है। यह वीडियो पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, मुरादाबाद और मुजफ्फरनगर सहित कई जिलों के व्हाट्सएप ग्रुपों में वायरल किया गया। पुलिस ने ऐसे कम से कम पांच बड़े ग्रुपों की पहचान की है जिनमें सैकड़ों सदस्य हैं। थाना ककरौली में संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने आमजन से अपील की है कि किसी भी भड़काऊ या अपुष्ट सामग्री को सोशल मीडिया पर आगे न बढ़ाएं और तुरंत पुलिस को सूचित करें। ऐसा करना कानूनन अपराध है।

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