MUZAFFARNAGAR-शिव आस्था की यात्रा को विराम, अब जलाभिषेक की तैयारी

डाक कांवड़ियों की रफ्तार में दिखा श्रद्धा का जुनून, पुलिस प्रशासन ने संभाला मोर्चा;

Update: 2025-07-22 10:26 GMT

मुजफ्फरनगर। श्रावण मास की शिवरात्रि नजदीक आते ही शिवभक्तों की आस्था अपने चरम पर पहुंच गई है। इसके साथ ही कांवड़ यात्रा का समापन होते ही अब पूरा जनपद भगवान शिव के जलाभिषेक की तैयारी में जुट गया है। मंगलवार को शहर की सड़कों पर आस्था की दौड़ में शामिल डाक कांवड़ियों की आहट हर-हर महादेव के जयकारों के साथ गूंजती रही। शिव भक्ति के इस विराट उत्सव ने शहर को एक अलौकिक वातावरण में परिवर्तित कर दिया, वहीं पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था के मोर्चे को पूरी मुस्तैदी से संभालते हुए मंदिरों में होने वाले जलाभिषेक की तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।

यूपी बॉर्डर भूराहेडी चेक पोस्ट से लेकर शहर के प्रमुख मार्गों पर मंगलवार को डाक कांवड़ियों की गूंज सुनाई दी। यूपी बॉर्डर से लेकर शिव चौक तक आस्था की एक अनोखी दौड़ देखने को मिली। भगवा वस्त्रों में सजे, हर-हर महादेव के जयकारों के साथ दौड़ते कांवड़ियों ने शहर को भक्ति के रंग में रंग दिया। डाक कांवड़ियों की रफ्तार और उनकी जुनून से भरी भक्ति ने न केवल राहगीरों को आकर्षित किया बल्कि पूरे शहर को शिवमय बना दिया।

हालांकि पैदल कांवड़िए इस तेज रफ्तार के माहौल में कुछ हद तक गुम होते नजर आए, लेकिन उनकी श्रद्धा में कोई कमी नहीं दिखी। गंगा जल के पात्र अपने कंधों पर लिए ये भक्त शांत भाव से अपनी मंजिल की ओर बढ़ते रहे। इस विशाल धार्मिक आयोजन को लेकर पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह सतर्क नजर आया। सुरक्षा की दृष्टि से शहर को कई सेक्टरों में विभाजित किया गया है और हर प्रमुख शिवालय की निगरानी बढ़ा दी गई है। पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में कई वरिष्ठ अधिकारियों ने शिव चौक, संभलहेडा पंचमुखी मंदिर, गांधी कालोनी महादेव मंदिर, और अंसारी रोड पर बोहरों के मंदिर सहित अन्य प्रमुख जलाभिषेक स्थलों का निरीक्षण किया।

सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा ड्रोन कैमरे, सीसीटीवी निगरानी, बैरिकेडिंग और रूट डायवर्जन जैसी व्यवस्थाएं लागू की गई हैं। ट्रैफिक पुलिस के अतिरिक्त जवान संवेदनशील स्थानों पर तैनात किए गए हैं। महिला पुलिसकर्मियों की अलग से तैनाती की गई है ताकि महिला श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने शिवालयों के निकट शिविर लगाए हैं और नगर निकायों द्वारा साफ-सफाई व पेयजल की विशेष व्यवस्था की गई है। कांवड़ मेले के समापन के साथ ही अब पूरा जनपद शिवरात्रि पर होने वाले जलाभिषेक की तैयारी में जुट गया है। मंदिरों को आकर्षक रोशनी और फूलों से सजाया जा रहा है। शिव चौक पर जलाभिषेक और भव्य भजन संध्या में भक्तों की लंबी कतारों को व्यवस्थित रखने के लिए विशेष बेरिकेडिंग की जा रही है। नगरवासियों के लिए यह समय केवल भक्ति और सेवा का नहीं, बल्कि सामाजिक सौहार्द और प्रशासनिक कुशलता का भी प्रतीक बनकर उभरा है। कांवड़ यात्रा का यह समापन एक आस्था के पर्व का विराम है, लेकिन शिवरात्रि के जलाभिषेक के रूप में अब भक्ति का चरम सामने आने वाला है। प्रशासन, आमजन और श्रद्धालुओं की सहभागिता ने इसे एक यादगार आयोजन बना दिया है। अब पूरा जनपद शिव महिमा के जलाभिषेक की पावन घड़ी की प्रतीक्षा में है।

कांवड़ कंट्रोल रूम में तीन हजार से ज्यादा शिकायत, कई बिछड़ों को मिलाया

मुजफ्फरनगर। शिव चौक पर नगरपालिका परिषद् के द्वारा बनाये गये कांवड़ कंट्रोल रूम में मंगलवार की दोपहर तक तीन हजार से ज्यादा शिकायत दर्ज की गई थी। यहां खोया पाया केन्द्र के माध्यम से पुलिस और प्रशासन की टीमों ने कई बिछड़े शिव भक्तों को अपनों से मिलाने के लिए मानवीय संवेदनाओं के साथ काम किया और सफलता पाई। यहां खोया सामान और परिजन को पाकर शिव भक्त भी साधुवाद देते हुए नजर आये। कंट्रोल रूम के सहायक प्रभारी तनवीर आलम ने बताया कि कांवड़ यात्रा के प्रारम्भ से मंगलवार तक कंट्रोल रूम में 3180 शिकायतें दर्ज कराई गई। इनमें बैग, मोबाइल, पर्स, कांवड़ और साथी व परिजनों के बिछड़ने के मामले ज्यादा शामिल रहे। कांवड़ खंड़ित होने की शिकायत भी आई तो कहीं पर बेरिकेडिंग, कहीं बिजली के तार, कहीं अन्य समस्या को लेकर भी शिकायत मिली हैं। इनमें से अधिकांश का निस्तारण टीमों को लगाकर किया गया।

महिला सिपाही की स्कूटी की चाबी खाई, 16 लावारिस बैग जमा

मुजफ्फरनगर। कांवड़ कंट्रोल रूम में कांवड़ मार्ग पर विभिन्न स्थानों पर पुलिस को गश्त के दौरान मिले लावारिस बैग को चार दिनों से कोई लेने के लिए नहीं आया है, इस बीच इनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। वहीं शिव चौक पर ड्यूटी कर रही एक महिला सिपाही की स्कूटी की चाबी खो जाने से वो परेशान नजर आई। कांवड़ कंट्रोल रूम में चार पांच दिनों से गुम बैग आ रहे हैं। मंगलवार को इनकी संख्या 16 हो गई। पुलिस का मानना है कि यह सभी बैग शिव भक्त कांवड़ियों के हैं, जो वो शिविरों और कांवड़ मार्ग पर भूल आये थे, जिनको विभिन्न स्थानों से जमा किया गया है। इनमें से कुछ बैग शिनाख्त कराने के बाद स्वामियों को सौंपे भी गई है, लेकिन 16 बैग लावारिस हैं और उनको लेने कोई नहीं आया है। इन बैग को अब शहर कोतवाली भेजने की तैयारी की जा रही है। वहीं शिव चौक पर ड्यूटी पर तैनात महिला कांस्टेबल मेघा चौधरी की स्कूटी की चाबी भी कहीं गिरकर गुम हो गई, जिस कारण वो काफी परेशान नजर आई और सिपाही ने भी कांवड़ कंट्रोल में शिकायत दर्ज कराकर कई बार उदघोषणा भी कराई, लेकिन घंटों के प्रयास के बाद भी चाबी को पता नहीं चला। 

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