एसडी प्रकरणः जो गलत होगा वो बख्शा नहीे जायेगाः अरविंद मलप्पा
दोपहर बाद ट्रेजरी पहुंचकर नये जिलाधिकारी बंगारी ने संभाला चार्ज, कहा-सरकार की प्राथमिकताओं का क्रियान्वयन मेरा काम, काऊ सेंचुरी हो या एसडी प्रकरण, शासन की मंशा के अनुसार उठाया जायेगा कदम, किसानों से बातचीत के जरिये समस्याओं का होगा समाधान;
मुजफ्फरनगर। नवागंतुक जिलाधिकारी अरिवंद मलप्पा बंगारी ने शुक्रवार को दोपहर बाद मेरठ से आकर कलेक्ट्रेट स्थित ट्रेजरी में चार्ज ग्रहण कर लिया। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों से औचारिक मुलाकात की और फिर अपनी पहली मीडिया मीट में कहा कि शासन और सरकार की जो भी प्राथमिकताएं हैं, उन्हीं को लेकर काम किया जायेगा। एसडी काॅलेज प्रकरण को लेकर उन्होंने कहा कि जो गलत होगा उसको बख्शा नहीं जायेगा। इसके साथ ही जनपद में काऊ सेंचुरी के लिए भूमि अधिग्रहण के लिए चल रहे मामलों को लेकर उन्होंने कहा कि अभी वो नये हैं, मामलों को समझकर ही निस्तारण तक पहुंचेंगे। साथ ही उन्होंने जनपद में किसानों की समस्याओं के लिए कहा कि बातचीत ही हमें समाधान तक ले जाती है, हम किसानों से बात करने के पक्षधर हैं। उन्होंने पूर्व डीएम चंद्रभूषण सिंह की डीएम वार रूम की व्यवस्था को सुचारू रखने की बात भी कही।
बता दें कि शासन ने विगत दिनों जनपद के डीएम चंद्रभूषण सिंह का तबादला परिवहन निगम के अपर आयुक्त पद पर कर दिया। उनके स्थान पर पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी अरविन्द मलप्पा बंगारी को यहां का चार्ज दिया गया है। शनिवार को अरविन्द मलप्पा ने मेरठ से आकर दोपहर बाद जिलाधिकारी के रूप में चार्ज संभाल लिया। इसके उपरांत उन्होंने कलेक्ट्रेट स्थित लोकवाणी भवन में अपनी पहली मीडिया मीट में पत्रकारों खुलकर बातचीत की। उन्होंने कहा कि सरकार की जो भी योजनाएं चल रही हैं, उनको समय से पूरा कराना और जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्रों तक पहुंचाने के साथ ही शासन की प्राथमिकताओं के लिए काम करना ही उनकी ड्यूटी रहेगा। उन्होंने कहा कि वो पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी के नाते मुजफ्फरनगर में भी कई बार आये हैं, इस कारण यहां की भौगोलिक स्थिति से ज्यादा नहीं तो कुछ हद तक परिचित भी हैं। उन्होंने जनपद में जनकल्याण के लिए काम करने में मीडिया से भी सहयोग की अपेक्षा करते हुए कहा कि हम और आप मिलकर काम करेंगे तो बेहतर परिणाम दे पायेंगे।
जनपद में सनसनीखेज एसडी काॅलेज मार्किट जांच प्रकरण में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अभी उनको यहां चीजों को समझना है, लेकिन सरकार की जो प्राथमिकता हैं, उनको नहीं छोड़ा जायेगा। कानून के हिसाब से और शासन की मंशा के अनुसार एसडी काॅलेज प्रकरण के साथ ही ऐसे सभी मामलों में हम काम करेंगे। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि सीधी बात यही है कि जो भी गलत होंगे उनको किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा। इसके साथ ही उन्होंने काऊ सेंचुरी के लिए पुरकाजी के गांव मेघा चंदन में भूमि अधिग्रहण के प्रकरण में किसानों की भूमि लिये जाने, किसानों के नलकूपों पर मीटर लगाने के विरोध आदि सवालों पर उन्होंने कहा कि हम बातचीत से समाधान तक पहुंचेगे। उन्होंने कहा कि विद्युत मीटर लगाये जाने को लेकर किसानों में भ्रम बना हुआ है, जबकि किसानों को मिल रही सब्सिडी से कोई इसका ताल्लुक नहीं है, विभाग ने केवल किसानों के नलकूप पर ही नहीं, बल्कि जितने भी अनमीटर्ड कटेगिरी हैं, उनको मीटर्ड करते हुए एनर्जी आॅडिट करने की मंशा से ये अभियान चलाया है। किसानों से बिजली का बिल उतना ही देना पड़ रहा है, जिनता वो देते रहे हैं। इसके साथ ही उनको फरवरी से ही आधे दाम पर बिजली मिल रही है। इस दौरान एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह और सिटी मजिस्ट्रेट अनूप कुमार भी मौजूद रहे।
सादगी के साथ बिना लाव लश्कर जिले में पहुंचे अरविंद मलप्पा
मुजफ्फरनगर। आज सुबह से ही जिले में पब्लिक और प्रशासन को नये जिलाधिकारी अरविन्द मलप्पा बंगारी के आने का इंतजार हो रहा था। कलेक्ट्रेट में नई हलचल थी, लेकिन नये जिलाधिकारी बिना किसी लाव लश्कर के अपनी निजी कार से कलेक्ट्रेट पहुंचे तो उनकी सादगी को लेकर भी चर्चा होने लगी।
साल 2011 बैच के आईएएस अफसर अरविन्द मलप्पा बंगारी मूल रूप से कर्नाटक के जनपद गडग के निवासी हैं। उन्होंने एग्रीकल्चर से एमएससी किया है। आईएएस में चयनित होने के बाद मई 2012 में उनको प्रशिक्षु आईएएस के रूप में जनपद झांसी में तैनाती मिली। इसके बाद संतकबीरनगर और आगरा में वो ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के रूप में एसडीएम के पद पर कार्यरत रहे। अगस्त 2014 में उनको अयोध्या जनपद में सीडीओ बनाया गया था। वहां से अपै्रल 2017 में उनको जनपद मथुरा में डीएम पोस्ट किया गया और इसके उपरांत दिसम्बर 2017 में वह जौनपुर के जिलाधिकारी बनाये गये, जहां पर वो 11 अक्टूबर 2019 तक तैनात रहे। अक्टूबर 2019 से आज तक वो पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी के पद पर कार्यरत है।
इन दिनों वो जनपद में एक करोड़ रुपये की बिजली चोरी पकड़े जाने और इसमें सम्मिलित पाये गये एसडीओ, जेई और अन्य विद्युत कर्मचारियों को सस्पेंड करने के लिए चर्चाओं में रहे। आज सवेरे से ही उनको यहां पहुंचकर चार्ज ग्रहण करने की तैयारी थी। उनको लेने मेरठ जाने के लिए अधिकारी भी तैयार थे, लेकिन सादगी पसंद अरविंद मलप्पा बिना किसी लाव लश्कर के अपनी निजी ब्रेजा कार संख्या यूपी 15सीडी 9090 में सवार होकर सादगी के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे। जबकि उसकी गाड़ी के साथ न कोई एस्कोर्ट थी और न ही कोई सुरक्षा दल। उनको ब्यूरोक्रेसी में सिंपल सोच वाला अधिकारी माना जाता है। अब देखना यह होगा कि इस जिले में उनकी पारी क्या रंगत लाती है। ट्रेजरी पहुंचने पर डीएम अरविन्द मलप्पा बंगारी को बुके देकर एडीएम वित्त एवं राजस्व अरविन्द मिश्रा, एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट अनूप कुमार, एमडीए सचिव आदित्य प्रजापति, वरिष्ठ कोषाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों ने स्वागत किया।