- मुजफ्फरनगर। जिला पंचायत अध्यक्ष डाॅ. वीरपाल निर्वाल ने कहा कि शुकतीर्थ में करीब 60-70 साल पहले शुकदेव आश्रम के बराबर से होकर ही गंगा बहती थी, लेकिन अब यहां पर केवल सोलानी और बाण गंगा नदी ही बह रही हैं। इनमें किसी भी रूप में गंगा जल का स्रोत कहीं से शामिल नहीं है। सोलानी रूडकी से आ रही है तो बाण गंगा लक्सर से होकर आती है। हम 32 साल से यहां पर गंगा को लाने की मांग सरकारों से करते चले आ रहे हैं। इसके लिए कई बार हमारा मजाक भी बनाया गया है कि यहां गंगा कैसे आ सकती है। हम निराश नहीं हुए और आज इतने बड़े प्रयास सीएम योगी आदित्यनाथ के द्वारा सार्थक किये जा रहे हैं। इसके लिए सबसे बड़ी भूमिका मंत्री कपिल देव ने निभाई है। वो लगातार सीएम और शासन में प्रयासरत रहे। उन्होंने बताया कि हमने यहां पर गंगा लाने के लिए तीन विकल्प दिये थे। इसमें पहला विकल्प बाण गंगा के उदगम स्थल से गंगाजल लाने का प्रोजेक्ट स्वीकार हुआ और 70 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया, लेकिन करीब 10 किलोमीटर दूर गंगा के इस पश्चिम बहाने से शुकतीर्थ में 365 दिन गंगा जल सुनिश्चित नहीं हो सकता था तो इसे छोड़ दिया गया। इसके बाद लक्सर में बिशनपुर गांव के पास से गंगाजल लाने पर काम हुआ, लेकिन यहां से भी पूरे वर्ष पानी नहीं मिल पा रहा था। इसके बाद तीसरे विकल्प गंगनहर से पानी लाने पर विचार हुआ, जिस पर काम पूरा कर लिया गया है। अब 365 दिन गंगा का जल शुखतीर्थ में बना रहेगा। यह साधु संतों के आशीर्वाद का प्रतिफल है।
4 दिन बाद शुकतीर्थ में आ रही गंगाः कपिल देव
22 जुलाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गंगा आरती और आचमन कर करेंगे साधु-संतों की सबसे पुरानी मुराद पूरी, मंत्री का दावा-365 दिन शुकतीर्थ में बना रहेगा गंगा का पवित्र जल, वृक्षारोपण अभियान का भी होगा शुभारंभ।;
मुजफ्फरनगर। महाभारत के काल का इतिहास अपने आप में समेटने वाला भागवत कथा का उदगम स्थल शुकतीर्थ अब पतित पावनी गंगा की पवित्र जल धारा को छूने जा रहा है। ज्यादा नहीं केवल चार दिन के बाद उत्तर प्रदेश के इस धार्मिक तीर्थ शुकतीर्थ में पवित्र गंगा की जलधरा बलखाती और इठलाती नजर आयेगी। साधु संतों और क्षेत्रवासियों की इस सबसे पुरानी मांग को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरा करने जा रहे हैं। सभी कुछ ठीक रहा तो चार दिन के बाद वो शुकतीर्थ में साधु संतों के साथ मां गंगा की आरती और आचमन कर गंगा जलधारा का शुभारंभ करेंगे। इसके लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। शासन से आई सूचना के बाद मंत्री कपिल देव के नेतृत्व में भव्य समारोह के लिए भागदौड़ शुरू हो गई है।
कलेक्ट्रेट स्थित जिला पंचायत के चै. चरण सिंह सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान प्रदेश सरकार के व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्यमंत्री डाॅ. कपिल देव अग्रवाल ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शुकतीर्थ का अपना एक इतिहास रहा है। माना जाता है कि यहां पर करीब 5100 वर्ष पूर्व राजा परीक्षित को शुकदेव द्वारा भागवत कथा श्रवण कराया गया था। इसी कारण इस तीर्थ को भागवत कथा का उदगम स्थल कहा जाता है। यहां पर स्थित वट वृक्ष को छूकर उस दौर में गंगा की जलधारा बहती थी। शुकदेव आश्रम इसी गंगा के तट पर स्थित था, लेकिन आज गंगा इस आश्रम से करीब छह किलोमीटर दूर बह रही है। यहां से गुजरती सोलानी नदी को ही लोग मां गंगा का स्वरूप मानकर साल में दो बार यहां पर स्नान करते हुए पूजा अर्चना और धार्मिक क्रिया पूर्ण करते हैं। यहां पर गंगा की जल धारा लाने के लिए अनेक बार प्रयास किये गये। यह हमारी प्राथमिकता में हमेशा से ही रहा है।
मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि जब वो शहरी सीट से 2016 में उपचुनाव जीते तो राज्य में सपा सरकार थी, लेकिन विधानसभा पहुंचने पर उन्होंने पहला प्रश्न शुकतीर्थ के विकास और वहां पर गंगा जल लाने के लिए ही किया था। चूंकि सरकार दूसरी थी, तो कुछ कार्य नहीं हुआ। यह कार्य भी आसान नहीं था। इसके बाद 2017 में हमारी सरकार बनी तो हमने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने लगातार इस बात को रखा और साधु संतों की भावनाओं से उनको अवगत कराते रहे। शुकतीर्थ में आये सीएम के सामने संतों ने भी मांग रखी और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को भी अनेक मांग पत्र दिये गये। केन्द्रीय राज्यमंत्री डाॅ. संजीव बालियान ने भी केन्द्र सरकार की टीम को बुलाकर प्रयास किये और आज इन प्रयासों का सुफल प्राप्त हो रहा है।
उन्होंने बताया कि सारी तैयारी पूरी कर ली गयी है। एरियल सर्वे भी हो चुका है। शुकतीर्थ की धरती को अब जल्द ही गंगा की पवित्र जल धारा छूने जा रही है। पहले यहां पर प्रमुख सचिव को दौरा करना था, लेकिन उनका यह कार्यक्रम स्थगित हो गया। उनके द्वारा सूचित किया गया है कि अब सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुकतीर्थ में गंगा की जलधारा का शुभारंभ करेंगे। इसके लिए सीएम योगी का जनपद में 22 जुलाई का संभावित कार्यक्रम तय किया गया है। वो यहां आकर गंगाजल लाने की घोषणा नहीं करेंगे, बल्कि शुकतीर्थ की धरती पर खड़े होकर हाथ में गंगाजल लेकर वो पूजन कर इस जलधारा का शुभारंभ करने जा रहे हैं। यानि चार दिन के बाद शुकतीर्थ की धरती पर गंगा बहती हुई नजर आयेगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुकतीर्थ से ही वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम का भी शुभारंभ करेंगे। यह साप्ताहिक कार्यक्रम 29 जुलाई तक चलेगा ओर 35 करोड़ पौधे रोपित करने का लक्ष्य रखा गया है। सीएम सोलानी और हिंडन नदी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि पीएम मोदी के नौ वर्ष के कार्यकाल को लेकर पार्टी के अनेक कार्यक्रम भी चलाये जा रहे हैं। प्रेस वार्ता में जिला पंचायत अध्यक्ष डाॅ. वीरपाल निर्वाल और भाजपा जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला भी मौजूद रहे।
32 साल पुरानी मांग अब सार्थक हो रही हैः वीरपाल निर्वाल