मास्टर विजय सिंह ने तोड़ा अमेरिका थाॅमस का रिकार्ड भू माफियाओं के खिलाफ धरने ने पूरे किये 10 हजार दिन, 28 साल का धरना बना विश्व का सबसे लंबा संघर्ष
मुजफ्फरनगर। शामली की हजारों बीघा कृषि योग्य सार्वजनिक भूमि अवैध कब्जा मुक्त कराने को आंदोलनरत गांधीवादी मास्टर विजय सिंह के धरने को 10 हजार दिन पूरे हो गए। 1996 से धरना चला रहे विजय सिंह ने 28 साल तक संघर्ष को जारी रखते हुए अमेरिका में परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए व्हाइट हाउस के सामने धरना देने वाले विलियम थामस का रिकार्ड भी तोड़ दिया। विलियम थामस ने 9927 दिन तक धरना दिया था। जबकि 16 साल की सबसे लंबी भूख हड़ताल का रिकार्ड इरोम शर्मिला के नाम है। मास्टर विजय सिंह के धरने ने 10 हजार दिन पूरे कर लिये हैं। ढाई दशक से अधिक समय से धरना दे रहे मास्टर विजय सिंह का नाम लिम्का बुक आफ रिकार्ड सहित विभिन्न दस्तावेजों में दर्ज हो चुका है और उनका धरना अब विश्व का सबसे लंबा धरना बन चुका है।
शामली की ऊन तहसील के गांव चैसाना की 700 करोड़ करोड़ की कीमत वाली करीब 4 हजार बीघा सार्वजनिक कृषि योग्य भूमि पर भू-माफिया का अवैध कब्जा है। 26 फरवरी, 1996 को चैसाना के मास्टर विजय सिंह ने अवैध कब्जा हटवाने की मांग करते हुए मुजफ्फरनगर डीएम कार्यालय के सामने धरना शुरू किया था, लेकिन कोई भी सरकार जनहित में मास्टर विजय सिंह को न्याय नहीं दिलवा सकी। कई जांच हो चुकी हैं रिपोर्टों में आरोप साबित हो चुके हैं परंतु शासन प्रशासन ने भूमि घोटाले की न तो समीक्षा की तथा न ही भूमाफिया पर पूर्ण कार्यवाही की। 8 अप्रैल, 2019 को मुख्यमंत्री योगी की शामली में हुई चुनावी सभा में भी विजय सिंह ने प्रदर्शन किया था। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारी शामली को जांच कराने के आदेश दिए थे। तत्कालीन एसडीएम ऊन सुरेंद्र सिंह ने जांच कर जिलाधिकारी रिपोर्ट दी थी। इसमें सैकड़ों करोड़ की हजारों बीघा सार्वजनिक कृषि भूमि पर पूर्व विधायक का अवैध कब्जा साबित हुआ था। रिपोर्ट में ठा.जगत सिंह को भू-माफिया घोषित करने की संस्तुति भी की गई थी। आरोपी सत्ताधारी दल में आ गए फलस्वरूप राजनीतिक हस्तक्षेप व भ्रष्टाचार के कारण के कारण कोई कार्यवाही नहीं हो पाई।
अहिंसात्मक धरने के 10 हजार दिन पूरे कर विजय सिंह अमेरिका आंदोलनकारी विलियम थामस से आगे निकल गए। विलियम थामस ने परमाणु निशस्त्रीकरण की मांग करते हुए अमेरिका में वाइट हाउस के सामने 3 जून 1981 से 23 जनवरी 2009 तक धरना दिया था। उनका धरना 9927 दिन तक चला उनकी मौत हो गई थी। घोटाले मे कार्यवाही न होनें व जन जागरण हेतु विजय सिंह ने दिंनाक 30 मार्च 2012 को मुजफ्फरनगर से लखनऊ तक मा. मुख्यमंत्री निवास तक 19 दिन मे 600 कि0मी0 की पैदल यात्रा की तथा इसके उपरांत गांधी जयंती पर 2019 में मुजफ्फरनगर से दिल्ली राजघाट तक पदयात्रा की। बसपा सरकार के दौरान सन 2008 में प्रमुख गृह सचिव ने कार्रवाई का आदेश दिया था। जिला प्रशासन ने 300 बीघा भूमि अवैध कब्जा मुक्त कराई थी. बाद में राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते कोई कार्रवाई नहीं हुई। 28 साल से गांधीवादी सत्याग्रह जारी है। 2019 में मुख्यमंत्री योगी का शामली की सभा में जांच व कार्यवाही का वायदा पूरा न होने पर विजय सिंह ने कई बार लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास जाकर योगी से मुलाकात का समय मांगा, मगर मिल नहीं पाए। उल्टा विजय सिंह को लखनऊ के एलआईयू इंस्पेक्टर अश्वनीसिंह के इशारे पर लखनऊ पुलिस द्वारा हजरतगंज थाने में 5 घंटे तक अवैध हिरासत में भी रखा गया था। इससे पूर्व उनके व परिवार पर जानलेवा हमले हुए उनका घर जलाया गया उनके साथी धीरसिंह को फांसी देकर मार दिया गया। 18 सितम्बर, 2019 को जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जें ने राजनीतिक दबाव मंे मास्टर जी के धरने को समाप्त कराने के लिए दबाव बनाया। मुकदमा भी दर्ज किया गया, जो तथ्यहीन होने के कारण पुलिस ने निरस्त कर दिया था।