बोर्ड बैठक में 25 करोड़ के प्रस्ताव पास, शहर के विकास को लगेंगे पंख

सर्वसम्मति से 59 प्रस्ताव हुए सदन में पारित, एक प्रस्ताव किया गया निरस्त, पालिका कर्मियों के देय भुगतान को भी हरी झण्डी; 15 करोड़ रुपये की लागत से होंगे 124 निर्माण कार्य, हर वार्ड में बनाई जायेंगी सड़कें, खांजापुर कांशीराम कालौनी के बदलेंगे दिन; पालिकाध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप के नेतृत्व में एकजुट नजर आया पूरा बोर्ड, 4 हजार स्ट्रीट लाइट खरीदने के साथ लिए गये कई बड़े निर्णय;

Update: 2023-07-19 11:30 GMT

मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् में अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप के बोर्ड की दूसरी मीटिंग में भी पूरा बोर्ड उनके नेतृत्व में शहर विकास के संकल्प के साथ एकजुट नजर आया। मीनाक्षी स्वरूप की अध्यध्यक्षता में बुधवार को पालिका सभाकक्ष में करीब डेढ़ घंटे चली बैठक में सभासदों ने जहां अपने मान सम्मान के लिए आवाज उठाई तो वहीं उन्होंने शहर के विकास के लिए एक परिवार की भांति साथ मिलकर चलने का संकल्प भी दोहराया। इस बैठक में 60 प्रस्ताव वाले एजेंडे में से 59 प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित कर दिये गये, जबकि एक प्रस्ताव निरस्त हुआ है। इसके साथ ही तीन प्रस्तावों में सदन के ऐतराज उठाने पर संशोधन कराने का निर्णय लिया गया है। बोर्ड बैठक सफल होने के बाद शहर के विकास को पंख लगाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। करीब 25 करोड़ रुपये के विकास एवं अन्य कार्यों से शहर की तस्वीर बदली जानी है। इनमें 55 वार्डों में लगभग 15 करोड़ रुपये से सड़कों और दूसरे निर्माण कार्य कराने के साथ ही पेयजलापूर्ति और पथ प्रकाश व्यवस्था में सुधार के कार्य शामिल हैं। साथ ही पालिका के कर्मचारियों के देय भुगतान को भी सदन ने हरी झण्डी दी है, जिससे कर्मियों में खुशी का वातावरण बन गया है।

नगरपालिका में चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप के नेतृत्व वाले बोर्ड की दूसरी बैठक करीब 11.15 बजे राष्ट्रगीत वंदेमातरम के साथ प्रारम्भ हुई। ईओ हेमराज सिंह ने सदन के सामने एजेंडा प्रस्तुत किया। इसमें 55 वार्डों में 15 करोड़ रुपये की लागत से 124 निर्माण कार्य कराये जाने का निर्माण विभाग के द्वारा व्ययानुमान का प्रस्ताव भी शामिल था। जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया। इसके साथ ही शहर के सभी वार्डों में सड़क और नाली निर्माण कार्यों को बोर्ड की हरी झंडी मिल गयी। इसके अलावा बोर्ड बैठक में एजेंडे के 60 प्रस्तावों पर चर्चा की गयी। इनमें से 59 प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित किया गया। इसमें तीन प्रस्तावों में संशोधन का प्रस्ताव सभासदों ने अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप के समक्ष रखा, जिसको स्वीकार किया गया। इनमें प्रस्ताव संख्या 29, 36 और 37 शामिल हैं। प्रस्ताव संख्या 29 और 36 में आउटसोर्सिंग पर पालिका में विभिन्न विभागों में कार्य कर रहे ठेका कर्मियों की समाप्त हुई निविदा को अगली निविदा होने तक बढ़ाये जाने की अनुमति सदन से मांगी गयी थी। इस पर सभासद राजीव शर्मा, मनोज वर्मा आदि ने ऐतराज जताते हुए कहा कि यह परम्परा गलत है। इसमें संशोधन कर एक माह का समय निविदा मांगने के लिए तय किया जाये। इसके साथ ही प्रस्ताव संख्या 37 में 55 वार्डों में पथ प्रकाश की मरम्मत के लिए आउटसोर्सिंग पर 5 स्काई लिफ्ट ड्राईवर और 35 लाइनमैन मजदूर रखे जाने की अनुमति मांगी गयी। इस पर सभासद मनोज वर्मा ने कहा कि जब 50 वार्ड थे तो 11 कर्मचारी नियमित रूप से बेहतर कार्य कर रहे थे, अब पालिका के पास इतनी स्काई लिफ्ट भी नहीं है, जितने ड्राईवर रखे जा रहे हैं। इस पर राजीव शर्मा, शौकत अंसारी, मनोज वर्मा, अन्नू कुरैशी आदि सभासदों ने संशोधन का प्रस्ताव सदन में रखा, जिसे स्वीकार किया गया। इसके साथ ही बोर्ड सदस्यों ने अपने मान सम्मान का मामला भी सदन में उठाया। सभासद रितु ने कहा कि उनके वार्ड 6 में पथ प्रकाश की समस्या हुई तो उन्होंने लिपिक तनवीर आलम को फोन किया, फोन पर उनको सम्मान नहीं मिला और जो कर्मचारी सोनू वार्ड में भेजा गया तो वो पब्लिक के बीच उनके साथ अभद्रता कर गया। इसके साथ ही अन्य सभासदों ने भी इस पर ऐतराज उठाया कि पालिका में आने पर भी उनको विभागीय कर्मचारियों या अधिकारियों द्वारा उचित सम्मान नहीं मिलता है। पालिकाध्यक्ष ने इस पर कड़ी नाराजगी ईओ के समक्ष उठाते हुए सभासदों को उचित सम्मान देने के निर्देश दिये। बैठक में मुख्य रूप से सभासद राजीव शर्मा, मनोज वर्मा, शौकत अंसारी, रजत धीमान, अन्नू कुरैशी, सीमा जैन, कुसुमलता पाल, बाॅबी सिंह, पारूल मित्तल, अब्दुल सत्तार, अर्जुन, शिवम मुन्ना, इरशाद अंसारी, देवेश कौशिक, नौशान खान, हनी पाल, हिमांशु कौशिक, मौ. खालिद, उमरदराज के अलावा एई निर्माण अखंड प्रताप, एई जलकल सुनील कुमार, कार्यालय अधीक्षक ओमवीर सिंह व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।




 



 राष्ट्रीय गीत पर मुस्लिम सभासदों के बैठे रहने पर खड़ा हुआ बखेड़ाः पालिका की बोर्ड बैठक में एजेंडा शुरू होने से पहले ही सभासद बाॅबी सिंह ने राष्ट्रगीत पर मुस्लिम सभासदों के द्वारा बैठे रहने का मुद्दा बनाकर हंगामा कर दिया। उन्होंने कहा कि जो राष्ट्रगीत देश का सम्मान है, उसके प्रति यदि कोई भावना किसी की नहीं है, तो उनको देश से निकाल देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब ये लोग देश में चल रही योजनाओं और विकास में बराबर की हिस्सेदारी रखते हैं, मांगते हैं और लाभ उठाते हैं, तो राष्ट्र के सम्मान के प्रति अनादर की भावना कैसे रखते हैं। बाॅबी सिंह को दूसरे सभासदों का भी समर्थन मिला तो सदन में सभासद अब्दुल सत्तार, शौकत अंसारी व दूसरे मुस्लिम सभासदों ने कहा कि हम या कोई भी मुस्लिम देश के प्रति मान सम्मान के लिए अपनी जान न्यौछावर करने का जज्बा रखता है। राष्ट्रगीत के साथ संवैधानिक पाबंदी नहीं जुड़ी है, यह स्वेच्छा पर निर्भर है, कोई इसके लिए खड़ा होता है या नहीं होता। इसको विवाद का कारण नहीं बनाना चाहिए। बाद में चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने मामला संभाला।

वित्तीय अनियमितता वाला प्रस्ताव लाने पर कर लिपिक के खिलाफ बैठी जांचः बोर्ड बैठक में प्रस्ताव संख्या-73 पर सभासदों ने कड़ा ऐतराज जताया और इसे एक साजिश के तहत वित्तीय अनियमितता के मामले वाला बताया। सभासद राजीव शर्मा ने सदन की ओर से आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए कर विभाग के द्वारा पांच ठेके छोड़े गये थे। इनमें करीब पांच लाख रुपये पालिका कोष में ठेकेदारों ने जमा कराई। अब इस प्रस्ताव के तहत कर विभाग ने इन ठेकेदारों को नुकसान का बहाना बनाकर ये राशि वापस कराये जाने का प्रस्ताव दिया है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए, क्योंकि यह राजस्व हित का मामला है। जमा राशि वापस नहीं कराई जा सकती है। सर्वसम्मति बनने पर पालिकाध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप ने इसे निरस्त कराया। इसके साथ ही सदन की मांग पर ये प्रस्ताव लाकर गुमराह करने के आरोप में कर विभाग के लिपिक के खिलाफ जांच कराने के निर्देश भी दिये गये हैं।

पुराने बोर्ड के 71 निर्माण कार्यों का मामला भी सुलझा, त्रुटि ठीक कराकर कार्य स्वीकृतः पालिका में पुराने बोर्ड के 71 निर्माण कार्यों को लेकर लगातार चला आ रहा विवाद भी आज बोर्ड बैठक में त्रुटियों को ठीक करने की शर्त पर सुलझा लिया गया। दरअसल पुराने बोर्ड में स्वीकृत ये निर्माण कार्य अधिकांश स्थानों पर पूर्ण हो चुके हैं। उनके भुगतान का मामला लटका हुआ था। सभासद देवेश कोशिक ने इस पर ऐतराज जताते हुए कहा कि जब पिछली बैठक में ईओ ने इन कार्यों को निरस्त करने की बात बताई तो आज इनका प्रस्ताव क्यों लाया गया। बाद में सर्वसम्मति बनने पर इन निर्माण कार्याे को हरी झंडी दी गई। पालिकाध्यक्ष ने जहां कार्य रूके हुए हैं, वहां तेजी से निर्माण पूर्ण कराने के निर्देश दिये।

इस बार मेडम ने नाश्ता लाजवाब दिया, चर्चा करते रहे सभासदः इस बार बोर्ड बैठक में पालिका अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप की पहल पर सभासदों के लिए नाश्ता भी परोसा गया। दरअसल 14 जून की पहली बोर्ड बैठक में सभासदों को केवल पानी की एक एक बोतल थमाई गई थी। इस पर मीटिंग में ही कुछ सभासदों ने पालिकाध्यक्ष के समक्ष ऐतराज किया था, लेकिन आज पानी की बोतल के साथ सभासदों को दूध की ठण्डी बोतल के साथ नाश्ता दिया गया। इसको लेकर सभासदों ने पालिकाध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप की प्रशंसा भी की। बोर्ड बैठक में सभी 55 सभासद उपस्थित रहे। इसके अलावा इस बार सभासदपतियों को भी दर्शक दीर्घा में बैठने का अवसर मिला। जबकि पालिका के लिपिकों के बैठक में बैठने पर पाबंदी लगा दी गयी थी, केवल अफसरों को बुलाया गया था।

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