MUZAFFARNAGAR-चैत्र नवरात्र शुरू, मंदिरों में उमड़ी माता के भक्तों की भारी भीड़

मुस्लिम मौहल्लों में भी चांद रात का इंतजार, ईद की खरीददारी को लेकर बाजारों में सुबह से रात तक लग रहा मेला

Update: 2024-04-09 10:06 GMT

मुजफ्फरनगर। हिन्दू नवसंवत्सर के साथ ही मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना का पर्व चैत्र नवरात्र मंगलवार से प्रारंभ हो गया है। पर्व को लेकर लोगों में आस्था का भारी उत्साह दिखाई दिया। मां दुर्गा के भक्तों ने मंगलवार को नवरात्र का पहला व्रत रखा और शुभ मुहूर्त में अपने अपने घरों में माता का घट स्थापित कर दुर्गा माता की प्रथम शक्ति मां शैलपुत्री की पूजा की गई। इसके साथ ही शहर से गांव देहात तक के मंदिरों में सुबह से ही माता के भक्तों की भीड़ पूजा अर्चना के लिए उमड़ी रही। परिजनों के साथ मंदिर पहुंचे बच्चों को मेले और खेल खिलौने की दुकानों ने काफी आकर्षिम किया। बच्चों ने मंदिर में माता के दर्शन के साथ ही झूले झूलकर खूब मस्ती भी की। इसके साथ ही माहे रमजान खत्म होने को है। सोमवार को सऊदी अरब में चांद के दीदार की तस्दीक नहीं हुई, इस कारण अब मुस्लिम बस्तियों में बुधवार को चांद रात का इंतजार है। गुरूवार को भारत वर्ष के साथ ही जिले में भी मुस्लिमों के द्वारा रमजान समाप्त होने की खुशी में ईद उल फितर का पर्व मनाया जायेगा। इसके लिए तैयारियां तेज हो गई हैं और सोमवार की रात से ही बाजारों में खरीददारों के लिए भारी भीड़ उमड़ रही है।


चैत्र नवरात्र के प्रथम दिन जनपद के शहर और गांव देहात के मंदिरों में मंगलवार सुबह से ही माता के भक्तों का तांता लगा रहा है। यहां के मंदिरों में आस्था का सैलाब नजर आया। हालांकि लोगों ने घर पर घट स्थापना करके माता रानी का पूजन किया। शुभ संयोग में मां भगवती की पूजा-अर्चना करते हुए भक्तों द्वारा मां को चुनरी, चूड़ी, नारियल सहित शृंगार का सामान अर्पित किया गया। इस तरह से हर ओर नवरात्र का उल्लास है। जनपद के गांधी कालौनी स्थित माता वैष्णों देवी मंदिर के साथ ही जनपद के अनेक मंदिरों पर नवरात्र का मेला शुरू हो गया है। प्रथम नवरात्र पर पूजा के लिए प्रातः 4.00 बजे से ही मंदिर के कपाट भक्तों के द्वारा किए जाने वाले माता के दर्शन और पूजा अर्चना के लिए खोल दिए गए थे। इस बीच माता की महाआरती चलती रही और भक्त जगत जननी के दर्शन कर धर्म लाभ उठाते रहे। भक्तों की भीड़ को देखते हुए कई मंदिरों पर पुलिस बल भी तैनात किया गया था।


नवरात्र के अवसर पर सोमवार के बाद मंगलवार को भी बाजारों में खूब भीड़ रही। कच्ची सड़क, अंसारी रोड, झांसी रानी रोड, भगत सिंह रोड, गांधी कालोनी, नई मंडी में माता के श्रृंगार के सामान की दुकानें सजाई गई। भक्तों ने पूजा के सामान और श्रृंगार की खरीदारी की। नारियल और चुनरी भी खूब बिके। चैत्र नवरात्र को लेकर शहर के मंदिरों को भव्य रूप से सजाया गया। गांधी काॅलोनी के मां वैष्णो देवी मंदिर को भव्य रंगीन रोशनी से सजाया गया। मां वैष्णो का भी श्रृंगार किया गया। यहां भारी संख्या में भक्त पहुंचे और माता की भक्ति तथा शक्ति का गुणगान किया। इसके अलावा शहर के भरतिया कालोनी स्थित जय शक्ति मां मंदिर, पटेलनगर स्थित शिव शक्ति मंदिर, काली नदी घाट स्थित दुर्गा मंदिर, सर्राफा बाजार स्थित दुर्गा मंदिर आदि अनेक मंदिरों में पूजा-अर्चना की गई। वहीं, हिन्दू नवसवंत्सर पर शहर में अनेक स्थानों पर विभिन्न कार्यक्रम हुए। शहर के विभिन्न संगठनों ने नवसंवत्सर पर हवन आदि भी किए। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अनुसांगिक संस्था संस्कार भारती, हिंदू जागरण मंच कार्यकर्ताओं ने हिंदू नव वर्ष पर कार्यक्रम का आयोजन किया। समर्पित युवा समिति एवं समर्पित महिला शक्ति के संयुक्त तत्वावधान में कार्यक्रम का आयोजन हुआ।


दूसरी ओर मुस्लिम इलाकों में अब ईद की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है। सोमवार की शाम सऊदी अरब में ईद का चांद नजर नहीं आने के कारण भारत में 11 अपै्रल को ईद उल फितर का पर्व मनाने के लिए मुस्लिमों ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। बुधवार को चांद रात का इंतजार हो रहा है। वहीं बाजारों में कपड़े और जूते की दुकानों पर अब सर्वाधिक भीड़ उमड़ने लगी है। आधी रात तक बाजार गुलजार हैं। दरअसल इस्लामिक कैलेंडर चांद के हिसाब से चलता है। इस्लामिक माह की 29 या 30 तारीख को चांद नजर आता है। रमजान का चांद 29 दिनों का था। कम मौके होते हैं, जब दो लगातार इस्लामिक माह में चांद 29 दिनों का ही हो। कई बार देश के दूसरे हिस्से में चांद दिख जाता है तो उसकी तस्दीक उलेमाओं के आधार पर दूसरे स्थानों पर हिलाल कमेटी के जिम्मेदारों से कर दी जाती है। इसी आधार पर हिलाल कमेटी की घोषणा के अनुसार बिना चांद का दीदार किये भी कई बार देश में ईद मना ली जाती है। अब जबकि सऊदी में सोमवार का चांद नजर नहीं आने की पुष्टि हो गई तो भारत में 11 अपै्रल को ईद उल फितर का पर्व मनाने की तैयारी तेजी पकड़ने लगी हैं। ईद से पहले बाजारों में रौनक बढ़ गई है। वहीं नगर पालिका परिषद् की अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप ने ईद और नवरात्र को देखते हुए शहर के सभी 55 वार्डों में साफ सफाई और पथ प्रकाश तथा पेयजल आदि सुविधाओं को दुरूस्त करने के निर्देश दिये हैं।

गुरूवार को ईदगाह पर 6.45 बजे होगी ईद उल फितर की नमाज

मुजफ्फरनगर जनपद में ईद उल फितर की नमाज के लिए पुलिस प्रशासन के साथ ही मुस्लिमों ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं। शहर ईदगाह शामली रोड पर गुरूवार को सवेरे 6.45 बजे ईद उल फितर की नमाज अदा कराई जायेगी। वहीं पुलिस प्रशासन के द्वारा ईदगाह या मस्जिदों से बाहर सड़क पर नामज पढ़ने की पाबंदी को सख्ती से लागू किया जा रहा है। इसके लिए तमाम जिम्मेदारों को संदेश पहुंचा दिया गया है। पुलिस प्रशासन के द्वारा नमाज के दौरान मस्जिदों पर पुलिस फोर्स तैनात कराई जायेगी।

बुधवार को चांद रात के साथ ही बरकतों और रहमतों वाला माहे रमजान विदा ले रहा है। इसके साथ ही मुस्लिम इलाकों में ईद की खुशियां और तैयारी नजर आ रही हैं। इन तैयारियों के बीच ईद उल फितर की नमाज के लिए समय निर्धारित कर दिया गया है। ईदगाह शहर के अराकीन शहर काजी तनवीर आलम ने ईदगाह के साथ ही शहर की प्रमुख आठ मस्जिदों में नमाज ए औकात ईद उल फितर ;नमाज का समयद्ध घोषित कर दिया है। इसके अनुसार ईदगाह शामली रोड पर सवेरे 6.45 बजे नमाज अदा कराई जायेगी। मस्जिद फक्करशाह खालापार, मजिस्द हौज वाली खालापार लोहिया बाजार, मजिस्द पीर वाली मल्हुपुरा, मस्जिद लियाकत पुरा चोडी गली लद्दावाला और मस्जिद हौज वाली सरवट गेट आबकारी रोड में सवेरे 7.00 बजे तथा मस्जिद नुमाइश कैम्प मेरठ और मस्जिद मुहम्मदी पुजाये वाली रहमतनगर में गुरूवार की सुबह 7.15 बजे नमाज अदा होगी। इमाम संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मुफ्ति जुल्फिकार अली ने बताया कि इनके अलावा जनपद में बस्तियों की मस्जिदों में भी ईद उल फितर की नमाज अदा होगी। उन्होंने सभी मुस्लिमों से अपील की है कि ईद के दिन सड़कों पर नमाज अदा करने से परहेज करें। यदि नमाजियों की संख्या ज्यादा है तो मस्जिद के जिम्मेदार आपसी सलाह से दो बार में नमाज अदा कराने की व्यवस्था करें। ऐसी मस्जिदों में पहली नमाज का वक्त फजर के बाद सबसे अव्वल वक्त में रखा जा सकता है। 

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